बड़ी खबर……कैबिनेट मंत्री की बैठक में अधूरी तैयारी के साथ पहुंचे अफसर, नाराज मंत्री ने जमकर लगाई फटकार, नहीं बता पाए एक भी उपलब्धि
देहरादून। उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री की बैठक में अफसर अधूरी तैयारी के साथ शामिल हुए। मंत्री ने अफसरों को विभाग की एक बड़ी उपलब्धि पूछी तो अफसर इधर-उधर झांकने लगे। नाराज मंत्री ने सचिव से कहा कि तीन माह के भीतर दुबारा बैठक कराएं, यदि अफसर नहीं सुधरे तो छुट्टी कर दें। बहरहाल मंत्री की बैठक में अफसरों के बीच भारी समन्वय का अभाव दिखने से अफसरशाही के हावी होने को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े होने लगे हैं।
उत्तराखंड राज्य मत्स्य पालक विकास अभिकरण की आज कैबिनेट मंत्री एवं प्रबंध समिति के अध्यक्ष सौरभ बहुगुणा ने बैठक ली। बैठक में शामिल अधिकारी बिना तैयारी के पहुंचे और तीन प्रमुख अधिकारियों में कोई तालमेल नजर नहीं आया। जिसके चलते बैठक के दौरान बैठक में मंत्री सौरभ बहुगुणा ने अधिकारियों की जमकर क्लास लगा दी। अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि बैठक में अधिकारी बिना तैयारियों के न पहुंचे।उन्होंने कहा कि बिना तैयारी से सिर्फ और सिर्फ सबका समय बर्बाद हुआ है। जबकि अधिकारियों को कुछ दिन पहले ही इस बैठक की जानकारी दे दी गई थी। इस दौरान अधिकारियों की कार्यशैली से नाराज विभागीय मंत्री ने कहा कि पिछले एक साल के भीतर प्रदेश में मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए कोई बड़ा काम नहीं किया गया है।
अफसरों में नहीं दिखा तालमेल
बैठक में प्रबंध समिति के तीन प्रमुख अधिकारियों के बीच बेहतर तालमेल न होने पर मंत्री सौरव बहुगुणा ने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा है कि आपसी तालमेल बनाकर विभाग के लिए बेहतर काम करेंगे। साथ ही मंत्री सौरभ बहुगुणा ने सचिव बीवीआरसी पुरुषोत्तम को इस बात के लिए भी निर्देश दिया कि इन सभी अधिकारियों को 3 महीने का समय दिया जाए और अगर ये अधिकारी अगले 3 महीने में अपने कार्यशैली में कोई बदलाव नहीं लाते हैं और विभाग कोई उपलब्धि हासिल नहीं करती है तो इन अधिकारियों को हटा दिया जाए।
अफसर नहीं बता पाए एक साल की एक भी उपलब्धि
कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा यहीं नहीं रुके और बैठक के दौरान ही अधिकारियों से मत्स्य विभाग की पिछले एक साल में एक उपलब्धि या बेहतर काम बताने को कहा। लेकिन वहां बैठे कोई भी अधिकारी अपने विभाग की एक उपलब्धि भी नही बता पाया। मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि पिछले 1 साल में इस विभाग में कोई भी बेहतर कार्य नहीं किया गया है। लिहाजा, प्रबंध समिति के तीनों प्रमुख अधिकारी हर महीने 5 से 7 दिन तक फील्ड में रहकर काम करेंगे। साथ ही बहुगुणा ने कहा कि जो भी शिकायतें उन्हें फील्ड से प्राप्त होगी उन सभी शिकायतों और समस्याओं को अगले एक माह के भीतर निस्तारित कर उसकी रिपोर्ट शासन को सौंपनी होगी। मंत्री की फटकार के बाद अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है।