देहरादून। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने देहरादून में छापेमारी कर खालिस्तानी आतंकवादियों को कारतूसों की आपूर्ति करने वाले आरोपी को हिरासत में ले लिया है। सुत्रोंका कहना है कि एनआईए अफसरों ने आरोपी से लंबी पूछताछ कर उसको अपने साथ दिल्ली ले जाने की तैयारी है। आरोपी से मिली इनपुट के आधार पर एनआईए आगे की कार्रवाई करेगी।
एनआईए की खालिस्तानी आतंकवादियों को कारतूस और हथियारों की आपूर्ति करने वालों के खिलाफ देशभर में छापेमारी चल रही है। इस कार्रवाई की आंच दून तक भी पहुंच गई है। यहां क्लेमेनटाउन में एक आर्म्स कारोबारी के घर पर एनआईए की टीम ने सुबह धावा बोल छापेमारी की। यह कार्रवाई क्लेमेनटाउन निवासी आर्म्स कारोबारी परीक्षित नेगी के घर पर की गई। कारोबारी पर खालिस्तान समर्थकों को कारतूस उपलब्ध कराने का आरोप है। पटेलनगर में उसकी रॉयल गन हाउस के नाम से दुकान थी। आरोप है कि यहां से उसने पिछले साल दिल्ली में भारी मात्रा में अवैध कारतूस की आपूर्ति खालिस्तानी आतंकवादियों को की। पिछले साल बड़ी मात्रा में कारतूस पकड़े जाने के मामले में दिल्ली पुलिस ने देहरादून के आर्म्स डीलर परीक्षित नेगी को गिरफ्तार भी किया था। तब जिलाधिकारी की संस्तुति पर परीक्षित का आर्म्स प्रतिष्ठान का लाइसेंस भी निरस्त कर दिया गया था। इन दिनों परीक्षित जमानत पर बाहर है और अपने क्लेमेनटाउन स्थित घर में है। एनआईए को इनपुट मिला था कि देहरादून के परीक्षित नेगी के गन स्टोर से खालिस्तान समर्थकों को कारतूस उपलब्ध कराए। इसके अलावा अमृतसर समेत अन्य स्थानों पर भी कारतूस सप्लाई करने की सूचना है। एनआईए ने बुधवार सुबह देहरादून के क्लेमेनटाउन में परीक्षित नेगी के घर पर छापा मारा, पुलिस बल की मौजूदगी में एनआईए की टीम नेगी ने गहन पूछताछ की। सूत्रों का कहना है कि नेगी के पास बड़ी मात्रा में कारतूस मिले हैं। इसके बाद टीम आरोपी को अपने साथ ले गई है।