
देहरादून। उत्तराखंड में हाउसिंग सोसायटी के नाम पर करोड़ों की धोखाधड़ी मामले में ईडी ने पुष्पांजलि इन्फ्राटेक लिमिटेड के निदेशकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने फरार चल रहे बिल्डर राजपाल वालिया की पत्नी शैफाली वालिया को गिरफ्तार कर लिया है। अब ईडी को राजपाल वालिया, दीपक मित्तल और उसकी पत्नी राखी मित्तल की तलाश है। इधर, दीपक मित्तल के वॉयरल वीडियो के बाद पुलिस और ईडी ने दीपक की तलाश तेज तो की, लेकिन दीपक उनके हाथ नहीं आ पाया। अब मामले में शैफाली की गिरफ्तारी के बाद ईडी को बड़ी सफलता मिल सकती है।
गौरतलब है कि पुष्पांजलि इन्फ्राटेक लिमिटेड के मालिक दीपक मित्तल और राजपाल वालिया ने राजपुर क्षेत्र में हाउसिंग सोसायटी के नाम पर कई लोगों से लाखों रुपये ले रखें हैं। हाउसिंग सोसायटी आधा अधूरी छोड़ दीपक उसकी पत्नी राखी पहले से फरार हैं। अब उसके पार्टनर राजपाल भी फरार हैं। ऐसे में ईडी ने गत दिवस मेरठ से राजपाल की पत्नी जो कम्पनी में निदेशक हैं को गिरफ्तार कर देहरादून कोर्ट में पेश किया। यहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। इससे पहले प्रिवेंशन ऑफ मनी लांडिंग हमेशा एक्ट (पीएमएलए) के तहत कार्रवाई करते हुए राजपाल वालिया और शैफाली वालिया की 31.15 करोड़ की संपत्ति 30 मार्च 2022 सीज की जा चुकी है।दरअसल, पुष्पांजलि इन्फ्राटेक लिमिटेड के निदेशकों के खिलाफ अलग-अलग शिकायतों पर राजपुर और डालनवाला थाने में मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई में जुटी है। वहीं दूसरी तरफ ईडी ने भी बिल्डर और निदेशकों और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मनी लॉन्ड्रिंग के तहत कार्रवाई शुरू की थी। इसी आधार पर कंपनी के निदेशक राजपाल वालिया और उनकी पत्नी शैफाली की संपत्तियों को सीज कर उनको समन जारी किया था। दीपक मित्तल के खिलाफ 50 हजार का इनाम भी घोषित है।