उत्तराखंड में यूजेवीएनएल की 120 मेगावाट जल विद्युत परियोजना निर्माण की मंजूरी, इन प्रस्तावों को मिली स्वीकृति
देहरादून। यूजेवीएन लिमिटेड की निदेशक मंडल ने सीमांत जनपद पिथौरागढ़ में प्रस्तावित सरकारी भ्योल रूपसियाबगड़ जल विद्युत परियोजना के कार्यों को मंजूरी दे दी है। यह जल विद्युत परियोजना 120 मेगावाट की गौरीनदी पर बनकर तैयार होगी। इसके अलावा 5 बड़े प्रस्तावों को भी निदेशक मंडल ने अपनी मंजूरी दी है।
मंगलवार को देहरादून में हुई यूजेवीएन लिमिटेड के निदेशक मंडल की 123वीं बैठक में बड़े प्रस्तावों पर चर्चा हुई। इस बैठक की अध्यक्षता उत्तराखंड शासन की मुख्य सचिव एवं यूजेवीएन लिमिटेड की अध्यक्ष राधा रतूड़ी ने की। इस अवसर पर जानकारी देते हुए प्रबंध निदेशक डॉ. संदीप सिंघल ने बताया कि बैठक में बहुप्रतीक्षित 120 मेगावाट जल विद्युत परियोजना निर्माण समेत निम्नलिखित महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए….
1. सरकारी भ्योल रूपसियाबगड़ जल विद्युत परियोजना:
सीमांत जनपद पिथौरागढ़ की मुनस्यारी तहसील में गोरी गंगा नदी पर प्रस्तावित 120 मेगावाट की सरकारीभ्योल रूपसियाबगड़ जल विद्युत परियोजना के निर्माण से संबंधित सिविल और हाइड्रो-मैकेनिकल कार्यों के विभिन्न पैकेजों को निदेशक मंडल ने स्वीकृति प्रदान की।
2. बांध पुनर्वास एवं पुनरोद्धार परियोजना:
केंद्रीय जल आयोग एवं विश्व बैंक की सहायता से चलाई जा रही बांध पुनर्वास एवं पुनरोद्धार परियोजना के तृतीय चरण के कार्यों को मंजूरी दी गई। इसके तहत इछाड़ी और मनेरी बांधों सहित डाकपत्थर, आसन, वीरभद्र और जोशियाड़ा बैराजों पर अवशेष कार्य किए जाएंगे।
3. कुल्हाल जल विद्युत परियोजना:
30 मेगावाट की कुल्हाल जल विद्युत परियोजना के नवीनीकरण, उच्चीकरण और पुनरोद्धार (Renovation, Modernization & Up-Gradation) के कार्यों की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) को स्वीकृति प्रदान की गई।
4. बिजनेस प्लान और टैरिफ प्लान:
निगम के आगामी तीन वर्षों के बिजनेस प्लान को मंजूरी दी गई। साथ ही, 11 वृहद परियोजनाओं के वर्ष 2028 तक के टैरिफ प्लान को भी स्वीकृति प्रदान की गई।
5. कर्मचारी हित के फैसले:
आउटसोर्स के माध्यम से कार्यरत उपनल कार्मिकों के लिए विशेष ऊर्जा भत्ते तथा रात्रि पाली भत्ते की दरों में वृद्धि के प्रस्ताव को भी स्वीकृति दी गई।
आज की बैठक में मुख्य सचिव एवं यूजेवीएन लिमिटेड की अध्यक्ष राधा रतूड़ी, सचिव ऊर्जा डॉ. आर. मिनाक्षी सुंदरम, स्वतंत्र निदेशक इंदू कुमार पांडे, बी.पी. पांडे, सी.एम. वासुदेव, पराग गुप्ता और राजकुमार सहित प्रबंध निदेशक डॉ. संदीप सिंघल तथा पूर्णकालिक निदेशक सुरेश चंद्र बलूनी और विनय मिश्रा ने भाग लिया।