मुख्यमंत्री के बाद धराली आपदा बचाव को ग्राउंड जीरो पर उतरने वाले पहले अफसर आईजी जोशी

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बाद आईजी एसडीआरएफ अरुण मोहन जोशी ग्राउंड जीरो पर उतरने वाले पहले अफसर हैं। आईजी जोशी हर्षिल से सीधे धराली आपदा क्षेत्र में पहुंचे और यहां सभी टीमों के साथ समन्वय करते हुए बचाव कार्य में जुट गए हैं। इस दौरान जोशी ने खुद स्ट्रेचर से लेकर आपदा से निपटने के उपकरण उठाते हुए टीम भावना का संदेश दिया है। साथ ही आपदा में लापता हुए अपनों को तलाश कर रहे परिजनों को भी आईजी जोशी ने गले लगाते हुए ढाढ़स बँधाया है कि विपदा की इस घड़ी में पूरी सरकार उनके साथ ख़डी है।
हर्षिल घाटी के खीर गंगा, तिल गाड़ (मान्दाकिनी फॉल) में गत दिवस आई भीषण आपदा से आधा धराली और हर्षिल तबाह हो गया है। इस आपदा में बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीणों, पर्यटकों, मजदूरों के अलावा सेना के जवान भी लापता हुए हैं। आपदा से क्षेत्र का सड़क, संचार, विद्युत और स्वास्थ्य सुविधाओं से अभी भी संपर्क कटा हुआ है। बुधवार को बारिश थमी तो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सबसे पहले जोखिम के साथ ग्राउंड जीरो पर आपदा प्रभावित क्षेत्र में पहुँचे। यहां मुख्यमंत्री ने आपदा पीड़ितों से मुलाक़ात कर उनको हर संभव मदद का भरोसा दिया। इसके लिए अफसरों की टीम मौके पर भेजी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लापता लोगों को हर हाल में तलाशा जाएगा। मुख्यमंत्री के जाते ही सबसे पहले एसडीआरएफ के आईजी अरुण मोहन जोशी भी ग्राउंड जीरो पर आपदा बचाव कार्य में जुट गए हैं। जोशी हर्षिल आर्मी कैम्प से पैदल होते हुए धराली स्थित आपदा प्रभावित क्षेत्र में पहुंचे। उन्होंने एसडीआरएफ की टीम के अलावा यहां पहले से बचाव कार्य में जुटी सेना, आईटीबीपी के साथ समन्वय बनाते हुए जिम्मेदारी के साथ कार्य शुरू कर दिया है। इस दौरान आपदा स्थल पर लापता लोगों की तलाश को पहुंच रहे परिजनों से भी आईजी जोशी ने मुलाक़ात कर उनकी मदद एक बेटा, भाई बनकर करने का भरोसा दिया है। साथ ही कहा सरकार उनके साथ ख़डी है। उनका प्रयास रहेगा कि लापता लोगों की तलाश के साथ ही बिजली, पानी, स्वास्थ्य, सड़क और संचार जैसी मूलभूत सुविधाओं को बहाल कराया जाएगा।
डीएम और एसपी भी पहुंचे धराली
धराली आपदा के बाद मंगलवार शाम से ही जिलाधिकारी प्रशांत आर्य और एसपी सारिता डोवल धराली के लिए मुख्यालय से रवाना हो गए थे, लेकिन नेताला के पास सड़क बंद होने के कारण और कई जगह सड़क बंद होने से आगे नहीं बढ़ पाए। इसके बाद डीएम और एसपी सुबह गंगनानी से आगे लिमच्छा गाड़ पुल बहने से फंस गए। हालांकि बाद में मौसम खुलने पर डीएम और एसपी भटवाड़ी से हेलीकॉप्टर की मदद से हरसिल पहुंचे, जहां दोनों अधिकारियों ने आपदा प्रबंधन को लेकर सभी टीमों और अधीनस्थों को जरूरी दिशा निर्देश जारी किए हैं।
अफसरों ने कंट्रोल रूम में ली बैठकें
देहरादून से बड़ी संख्या में अधिकारी उत्तरकाशी आपदा ड्यूटी के लिए पहुंच गए हैं। यहां अधिकांश अधिकारियों ने कंट्रोल रूम में दिनभर बैठक ली। इसमें कुछ सीनियर आईएएस और आईपीएस अधिकारी भी शामिल है। अधिकारियों ने कंट्रोल रूम से ही धराली,हर्षिल, भटवाड़ी आदि क्षेत्र का हाल जाना और अधीनस्थों को जरूरी दिशा निर्देश दिए। हालांकि इससे कई बार आपदा कंट्रोल रूम में भीड़ की स्थिति बनी रही और कर्मचारी भी किस अफसर के निर्देश का पालन करें, इसे लेकर असहज दिखे।