Uttarakhandउत्तराखंडप्रतिभा को सलामराजनीति

उत्तराखंड में यूसीसी की मंजूरी पर मुस्लिम महिलाओं ने इस तरह किया मुख्यमंत्री धामी का स्वागत, देखिए वीडियो

यूसीसी की मंजूरी के बाद महिलाओं में सीएम धामी को लेकर दिख रहा अलग क्रेज
-रोड शो से लेकर मुख्यमंत्री के सम्बोधन को सुनने को बेताब दिख रहे लोग
-गढ़वाल और कुमाऊं में हुए मुख्यमंत्री के सभी कार्यक्रमों में उमड़ रही रिकॉर्ड भीड़

देहरादून। उत्तराखंड के युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्यक्रमों में उमड़ रही अथाह भीड़ लोकप्रियता पर मुहर लगा रही है। गढ़वाल और कुमाऊं के बाद मैदानी जिला हरिद्वार में तो महिलाओं की भीड़ ने सभी रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए। खासकर यूसीसी (यूनिफॉर्म सिविल कोड) की मंजूरी के बाद हरिद्वार में हुए कार्यक्रम में महिलाओं की भीड़ ने मुख्यमंत्री के यूसीसी के मंजूरी के फैसले का स्वागत किया है। इससे पहले अल्मोड़ा और चंपावत में हुए कार्यक्रम में भी यूसीसी का महिलाओं ने स्वागत कर धामी सरकार के निर्णय की जमकर तारीफें की हैं।
उत्तराखंड के गढ़वाल, कुमाऊं और मैदानी जिलों में विकास कार्यों में महिलाओं की सहभागिता, सुरक्षा एवं सम्मान को लेकर नारी वंदन महोत्सव चल रहे हैं। इन महोत्सव में मुख्यमंत्री धामी के स्वागत में उमड़ रही भीड़ उनकी लोकप्रियता पर मुहर लगा रही है।

खासकर मुख्यमंत्री धामी की सादगी, संजीदगी और धाकड़ फैसले जनता के हर वर्ग को पसंद आ रहे हैं। इसमें भी ठेठ सीमांत जिले बागेश्वर, पिथौरागढ़, उत्तरकाशी हो या फिर टिहरी, पौड़ी, रुद्रप्रयाग में हुए कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री को सुनने उमड़े जनसैलाब ने उनके भविष्य के राजनीतिक कद को बयां कर दिया है। इन कार्यक्रमों में भी 70 फीसदी महिलाओं और युवाओं की मौजूदगी सरकार के फैसलों और नीतियों पर मुहर लग रही है। साथ ही मुख्यमंत्री के सम्बोधन को सुनने के लिए भीड़ का कार्यक्रम स्थल पर डटे रहना भी मुख्यमंत्री की लोकप्रियता को दर्शाती है। खासकर गत दिनों देवभूमि से देश के सबसे बड़े कानून यूसीसी (यूनिफॉर्म सिविल कोड) विधेयक की मंजूरी के बाद मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों में भीड़ और दोगुनी हो गई है। अल्मोड़ा, चंपावत के लोहाघाट और आज हरिद्वार में उमड़ी महिलाओं की भीड़ ने यूसीसी के फैसले को ऐतिहासिक बताया और कहा कि मुख्यमंत्री धामी सरकार ने देश मे सबसे पहले इस कठोर कानून पर ड्राफ्ट बनाकर विधेयक को मंजूरी दी है। इन कार्यक्रमों में महिलाओं ने जिस तरह से यूसीसी पर सरकार का आभार जताया है। ठीक उसी अंदाज में युवा मुख्यमंत्री धामी ने भी भरोसा दिया कि यूसीसी देवभूमि के स्वरूप को बनाये रखने, महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान के साथ ही सभी वर्ग, पंथ और समुदाय के लिए एक समान कानून है। विधानसभा से मंजूरी के बाद जल्द राष्ट्रपति से स्वीकृति के बाद इस कानून को राज्य में लागू करेंगे। उन्होंने अल्मोड़ा और लोहाघाट के बाद आज हरिद्वार में भी महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा को सर्वोपरि बताते हुए कहा कि कानून को तोड़ने वालों को कतई भी माफ नहीं किया जाएगा।

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