देहरादून। उत्तराखंड पुलिस अभी राष्ट्रपति के कार्यक्रम के दौरान राजधानी में हुई डकैती का खुलासा भी नहीं कर पाई किअल्मोड़ा में हुए प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दौरान पुलिस का माइक्रोवेव चोरी होने का सनसनीखेज मामला सामने आ गया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बहरहाल कड़ी सुरक्षा वाले कार्यक्रमों के दौरान हुई इन दो बड़ी वारदात ने उत्तराखंड पुलिस को चर्चाओं में ला दिया है।
दरअसल, अल्मोड़ा में 12 अक्तूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जागेश्वर धाम के दर्शन को पहुंचे थे। प्रधानमंत्री के लिए तैयार किचन में अल्मोड़ा पुलिस ने पुलिस लाइन से सरकारी माइक्रोवेव उपलब्ध कराया था। माइक्रोवेव की सुपुर्दगी किचन संभाल रही कुमाऊं मंडल विकास निगम के कर्मचारियों को की थी। कार्यक्रम संपन्न हुआ तो पुलिस ने किचन संचालकों से सरकारी माइक्रोवेव को वापस मांगा। लेकिन किचन स्टाफ ने एक दूसरे की जिम्मेदारी बताते हुए जानकारी से हाथ खींच लिए। पुलिस ने काफी प्रयास किया कि माइक्रोवेव को वापस किया जाए। लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। यह मामला एसएसपी रामचंद्र राजगुरु तक पहुंचा। एसएसपी ने मामला गंभीर देखते हुए दन्या थानेदार को मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। इस मामले में थानाध्यक्ष जसविंदर सिंह की तहरीर पर मुकदमा दर्ज हो गया है। मामले की जांच जागेश्वर धाम चौकी इंचार्ज बलवीर सिंह कर रहे हैं। जांच अधिकारी ने बताया कि मुकदमा दर्ज करने के बाद आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
वीवीआइपी कार्यक्रम में ये कैसी चूक
उत्तराखंड पुलिस इन दिनों वीवीआइपी कार्यक्रमों में सुरक्षा और कानून व्यवस्था को लेकर खूब चर्चाओं में है। देहरादून में राष्ट्रपति के कार्यक्रम के दौरान शहर के डकैती की बड़ी वारदात पुलिस मुख्यालय और सचिवालय के पास हुई। इस वारदात ने पुलिस की मुस्तैदी पर सवाल खड़े कर दिए। अलग अलग जिलों से भारी पुलिस फोर्स देहरादून में ड्यटी देने आया था। चपेचपे पर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त थे। बावजूद दिनदहाड़े डकैती पड़ गई। इसके अलावा अल्मोड़ा में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दौरान भी जागेश्वर धाम के चारों तरफ़ पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था थी। ऐसे में सरकारी किचन और स्टाफ से पुलिस का माइक्रोवेव चोरी होना, बड़ी लापरवाही को दर्शाता है। इससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लाजमी हैं।
पांच कर्मियों के खिलाफ मुकदमा
जांच अधिकारी दरोगा बलवीर सिंह ने बताया कि माइक्रोवेव चोरी होने की सूचना के बाद कार्यक्रम में तैनात केएमवीएन कर्मचारियों से पूछताछ की तो वह टालमटोल करते रहे। काफी समय बाद भी जब पुलिस को माइक्रोवेव वापस नहीं मिला तो प्रधानमंत्री के लिए बनी वीवीआई किचन तैनात केएमवीएन के पांच कर्मियों के खिलाफ दन्या थाने में केस दर्ज किया गया। पुलिस के अनुसार अतिथि गृह खैरना में तैनात पारस सत्वाली, नौकुचियाताल ते वेटर पीतांबर दुम्का, तल्लीताल से वेटर किशोर कुमार, जागेश्वर में तैनात वेटर कुलदीप नेगी और कैटरिंग वर्कर सूखाताल में तैनात हरीश कुमार के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।