मुख्यमंत्री के पूर्व निजी सचिव पीसी उपाध्यक्ष समेत 4 के खिलाफ एक और मुकदमा, टेंडर दिलाने के नाम पर लिए 55 लाख

देहरादून। मुख्यमंत्री के पूर्व निजी सचिव समेत 4 लोगों के खिलाफ पुलिस ने एक और मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपियों ने सरकार से टेंडर दिलाने के नाम पर 55 लाख की रिश्वत ली है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसएसपी अजय सिंह ने कहा कि फ्रॉड करने वाले कोई भी हो,कानून के दायरे में लाकर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। सरकार की आड़ में गैंग बनाकर ठगने वाले लोगो पर जरूरत हुई तो गैंगस्टर एक्ट भी लगाई जाएगी।
उत्तराखंड सरकार ने एक बार फिर स्पष्ट संदेश दे दिया कि भ्रष्टाचार करने और भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने पर कोई मोहलत नहीं मिलेगी। यानी सरकार की आड़ में गलत काम करने वालों की जगह जेल होगी। आज पुलिस ने मुख्यमंत्री के पूर्व निजी सचिव पर धोखाधड़ी का एक और अभियोग पंजीकृत किया है। कोतवाली नगर में वादी दीपमणि स्वर्णकार पुत्र जगन्नाथ प्रसाद वर्मा निवासी 29 प्रतापनगर सागाकर, जयपुर, राजस्थान द्वारा आरोपी अंकित मिश्रा पुत्र संजीव कुमार निवासी संतोषपुर तिलखाना जिला इटावा, सौरभ शर्मा पुत्र बृजमोहन शर्मा निवासी नियर एयरपोर्ट देहरादून, प्रकाश चंद उपाध्याय निवासी 1772 सुभाष रोड वर्तमान सेन संग कलिंगा माजरा माफी, देहरादून तथा संजीव कुमार उर्फ देव पुत्र स्व गोपाल चन्द निवासी 85 एसएसटी नगर, पटियाला पंजाब द्वारा वादी को उत्तराखंड में सरकारी टेंडर दिलवाने के नाम पर भिन्न- भिन्न तारीखों पर 55 लाख रुपए प्राप्त करना तथा पैसे वापस मांगने पर टालमटोल करते हुए धोखाधड़ी करने के संबंध में तहरीर दी गयी। पुलिस ने प्राप्त तहरीर के आधार पर कोतवाली नगर देहरादून में मु0अ0सं0 – 479/23 धारा 420, 120बी भादवि पंजीकृत किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री के पूर्व निजी सचिव उपाध्यक्ष व अन्य पर करोड़ों रुपये लेने के नाम पर एक मुकदमा पहले भी दर्ज हुआ है।