उत्तराखंड में फोर्थ क्लास की भर्ती में धांधली के आरोपी, जॉइनिंग के बाद पूरी भर्ती प्रक्रिया स्थगित

देहरादून। उत्तराखंड के राज्य कर विभाग में फोर्थ क्लास की भर्ती में गंभीर अनियमितता बरतने के आरोप हैं। कुछ अफसरों ने कायदे कानून को दरकिनार कर अपने चहेतों को फोर्थ क्लास में नौकरी दे दी। मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आया तो भर्ती प्रक्रिया पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। अब जॉइनिंग देने वाले करीब 55 युवाओं की नियुक्ति स्थिति स्पष्ट न होने तक अधर में लटक गई है।
जानकारी के अनुसार राज्य स्टेट जीएसटी विभाग के देहरादून व हरिद्वार संभाग में करीब 45 अनुसेवकों (चतुर्थ श्रेणी) की आउटसोर्स भर्ती हुई थी। यह भर्ती उपनल व पीआरडी के माध्यम से कराई गई थी। जिसके लिए दोनों क्षेत्र के संयुक्त आयुक्त ने बाकायदा भर्ती कमेटी भी बनाई थी। देहरादून संभाग के 26 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया 23 सितंबर, जबकि हरिद्वार संभाग के 19 पदों के लिए 12 सितंबर को भर्ती कराई गई। भर्ती प्रक्रिया संपन्न होने के बाद चयनित अभ्यर्थियों ने जॉइनिंग भी दे दी गई। लेकिन अचानक उच्चाधिकारियों को शिकायत मिली कि भर्ती किए गए अधिकांश लोग क्षेत्र विशेष से नाता रखते हैं। इसके अलावा भर्ती की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाए गए। उच्चाधिकारियों ने भर्ती प्रक्रिया फिलहाल रोकने का निर्णय लिया है। स्टेट जीएसटी के आयुक्त राज्य कर डॉ अहमद इकबाल ने आदेश जारी कर तत्काल प्रभाव से भर्ती को स्थगित कर दी है। हालांकि स्थगित करने के पीछे लिखित आदेश में कोई ठोस कारण नहीं दिया गया है। फिलहाल आयुक्त के आदेश से भर्ती प्रक्रिया अधर में लटक गई है। बहरहाल चतुर्थ श्रेणी की भर्ती में धांधली के आरोपों से भर्ती कराने वाले अफसरों में हड़कंप मचा है।