देहरादून। राजधानी के पॉश इलाका वसन्तविहार में महिला से चाकू की नोंक पर लूट की वारदात का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। वारदात के बाद आज एसएसपी अजय सिंह थानेदार को लेकर पीड़ित महिला के घर पहुंचे। जहां स्थानीय पार्षद और अन्य लोगों की मौजूदगी में थानेदार को गश्त बढ़ाने तथा अलर्ट रहने के निर्देश दिए।इधर, महिला से लूटी गयी लाखों की ल ज्वेलरी व नगदी के साथ पुलिस ने हाल ही में जेल से छूटे बदमाश को गिरफ्तार कर लिया है। बदमाश से लूटी गई ज्वेलरी और नगदी बरामद कर ली है। एसएसपी ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा दून पुलिस की प्रार्थमिकता है। महिलाओं के विरूद्ध होने वाले अपराधों पर त्वरित कार्यवाही तथा उन पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिये सभी थाना प्रभारियो को निर्देश दिये गये हैं। घटना का अनावरण करने वाली पुलिस टीम को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा 10000 के पुरस्कार से पुरुस्कृत करने की घोषणा की गई है।
कप्तान की हड़कान आई काम
थाना वसन्तविहार क्षेत्र में गत दिवस प्रात: समय लगभग 00ः45 बजे मोहित नगर निवासी नम्रता बोहरा पत्नी सुनील कुमार बोहरा के घर पर एक व्यक्ति द्वारा जबरदस्ती घुसकर चाकू की नोक पर नगदी व ज्वैलरी लूट ली गयी थी। वादिनी उपरोक्त के प्रार्थना पत्र पर तत्काल थाना वसन्तविहार पुलिस ने लूट का मुकदमा दर्ज किया। घटना के खुलासे को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा तत्काल एक विशेष टीम का गठन करते हुए थानाध्यक्ष वसन्तविहार को 48 घंटे के अन्दर घटना का अनावरण करने की मोहलत दी थी।
250 कैमरे खंगाले, 150 लोगों से पूछताछ
इस पर गठित पुलिस टीम द्वारा घटना की जानकारी प्राप्त करते हुए घटनास्थल के आसपास 04 कि0मी0 के दायरे में लगे लगभग 250 सीसीटीवी फुटेजों का अवलोकन किया गया। साथ ही पूर्व में चोरी, नकबजनी में जेल गए अभियुक्तों, नशे के आदी व्यक्तियों सहित लगभग 150 संदिग्ध व्यक्तियों को चिन्हित कर उनसे पूछताछ की गई। सीसीटीवी फुटेज से प्राप्त अभियुक्त के हुलिये से मुखबिरों को अवगत कराते हुए अभियुक्त के सम्बन्ध में जानकारी एकत्रित की गयी तो पुलिस टीम को ज्ञात हुआ कि उक्त संदिग्ध हुलिये से मिलता जुलता एक अभियुक्त अंकित ठाकुर जो पूर्व में चोरी व लूट की कई घटनाओं में जेल जा चुका है। कुछ दिन पूर्व ही जेल से छूट कर बाहर आया है। जिस पर पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त के समबन्ध में गोपनीय रूप से जानकारी एकत्रित करते हुए उसके सम्भावित ठिकानों पर दबिश दी पर अभियुक्त वहाँ नहीं मिला। अभियुक्त के सम्बन्ध में शास्त्रीनगर खाल में रहने वाले उसके चाचा से जानकारी करने पर उनके द्वारा बताया गया कि अभियुक्त 02 अक्टूबर को उनकी गैर मौजूदगी में उनके घर पर आया था तथा घर में नहाने के बाद अपने कपडे बदलकर चला गया।
वारदात अंजाम देने की बात चचेरे भाई को बतायी
जेल से छूटे अंकित ने जाते समय उसके द्वारा अपने चचेरे भाई को पैसों की तंगी के सम्बन्ध में बताते हुए किसी घटना को अजांम देने की बात कही थी। जिस पर पुलिस द्वारा उसके पुराने दोस्तों के सम्बन्ध में जानकारी एकत्रित करते हुऐ उनसे भी पूछताछ की गयी। पुलिस द्वारा किये गये अथक प्रयासों के परिणाम स्वरूप पुलिस टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर अभियुक्त अकिंत ठाकुर को गत रात्रि में काली मन्दिर के पास टी स्टेट जाने वाले रास्ते से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त की तलाशी लेने पर अभियुक्त के पास से लूटे गए जेवरात, नगदी व घटना में प्रयुक्त चाकू बरामद किया गया।
बदमाश ने ऐसे दिया वारदात को अंजाम
अभियुक्त अंकित ठाकुर द्वारा पूछताछ में बताया कि वह चार-पांच दिन पहले जेल से जमानत पर छूटा था। उसके चाचा द्वारा उसे घर से बेदखल करा दिया गया था। जिस कारण उसके पास रहने व खाने पीने का कोई ठिकाना नहीं था। पूर्व में उसके द्वारा मोहित नगर व उसके आस-पास के क्षेत्रों में चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया गया था। वह उस क्षेत्र से भली प्रकार से वाकिफ था। इसलिये अपनी पैसों की किल्लत को दूर करने के लिये उसने उस क्षेत्र में दोबारा चोरी करने की योजना बनाई। जिसके लिये उसने मोहितनगर में एक घर को चिन्हित कर घटना से एक दिन पूर्व उक्त घर की रैकी की। दिनांक: 03-10-23 की देर रात्रि उक्त घर में घुसकर चाकू की नोक पर घर में रहने वाली महिला से नगदी करीब 35000/रू, गले में पहनी एक सोने की चैन तथा अलमारी में रखे जेवर लूट लिये थे। जिनमें से 5000 /- रू0 अभियुक्त द्वारा खाने-पीने और अय्याशी में खर्च कर दिए।
बरामदगी माल
आरोपी से पुलिस ने हाथ के कड़े सुनहरे रंग- 04, गले की चैन मय हीरा जड़ित सुनहरे रंग- 01 जोड़ी, गले की चैन मय लोकेट सुनहरे रंग- 01 जोडी, कान के टॉप हीरा जड़ित सुनहरे रंग- 01 जोड़ी, कान का टॉप सुनहरे रंग का – 01 जोड़ी, कान का बुदा सुनहरे रंग के – 01, हाथ की घड़ी फौसिल कम्पनी – 01, घटना में प्रयुक्त चाकू – 01, नगदी = 30000 /=(बरामद ज्वैलरी की कुल अनुमानित कीमत लगभग 7,30,000/- रूपये)।
अपराधिक इतिहास
{1} मु0अ0सं0 199/23 धारा 392 /411 आईपीसी व 25/4 आर्म्स एक्ट थाना बसन्त विहार देहरादून।
{2} मु0अ0सं0 24/ 22 धारा 2/3 गैंगस्टर अधिनियम थाना बसन्त विहार देहरादून।
{3} मु0अ0सं0 111/ 21 धारा 380/ 457 /411 आईपीसी थाना बसन्त विहार देहरादून।
{4} मु0अ0सं0 86/19 धारा 379 /411 आईपीसी थाना बसन्त विहार देहरादून।
{4} मु0अ0सं0 84/16 धारा 8/21 एनडीपीएस एक्ट थाना बसन्त विहार देहरादून।
{5} मु0अ0सं0 26/ 15 धारा 380/ 411 /120 (बी) आईपीसी थाना बसन्त विहार देहरादून।
{6} मु0अ0सं0 41 /14 धारा 25/4 आर्म्स एक्ट थाना बसन्त विहार देहरादून।
{7} मु0अ0सं0 402/22 धारा 380/411 आईपीसी कोतवाली ऋषिकेश।
पुलिस टीम में ये रहे शामिल
उ0नि0 महादेव प्रसाद उनियाल, थानाध्यक्ष थाना बसंत विहार, उ0नि0कमल सिंह रावत थाना वसंत विहार, उ0नि0सत्येंद्र सिंह चौकी प्रभारी चौकी इंदिरा नगर, उ0नि0 रजनीश सैनी, मु0आ0 जितेंद्र कुमार, का शार्दुल, का अनुज, का गौरव, का डंबर, चालक विपेश ठाकुर
एसओजी टीम (तकनीकी सहायता हेतु), निरीक्षक नंदकिशोर भट्ट प्रभारी एसओजी देहरादून, हे0का0 किरण एसओजी, का0 आशीष।