देहरादून। राजधानी के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। महिला अस्पताल में उल्टी दस्त का इलाज करा रही थी। महिला की मौत पर परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा काटा। इस दौरान परिजनों ने अस्पताल के संचालकों को भी खूब खरीखोटी सुनाई। फिलहाल अस्पताल में हंगामा जारी है।
जानकारी के अनुसार एमकेपी के पास अजय शर्मा के अस्पताल में 52 वर्षीय सुनीता दुबे का 19 सितंबर से इलाज चल रहा था। सुनीता को परिजनों ने उल्टी-दस्त की शिकायत पर अस्पताल में भर्ती कराया था। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन प्रतिदिन इलाज पर 20 से 25 हजार रुपये खर्च करा रहा था। अब तक डेढ़ लाख रुपये इलाज पर परिजनों ने खर्च कर दिया था। लेकिन आज महिला की मौत हो गई। अस्पताल में जिस कमरे में महिला को भर्ती किया था, वहां वेंटिलेटर, बीपी नापने तक की मशीन नहीं थी। परिजनों का आरोप है कि सामान्य कमरे का 6 हजार शुल्क लिया जा रहा था। महिला की मौत पर परिजनों ने अस्पताल के प्रबंधक एवं डॉक्टरों के सामने इलाज में गंभीर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों ने कहा कि डॉक्टरों ने इलाज में लापरवाही की है। यदि डॉक्टर हायर सेंटर रेफर कर देते तो परिजन मरीज को ले जाने को तैयार थे। इस दौरान परिजनों ने हंगामा करते हुए डॉक्टरों और स्टाफ के साथ जमकर कहासुनी भी की। खबर लिखे जाने तक अस्पताल में हंगामा जारी था। इधर, घटना को लेकर अस्पताल प्रबंधक से उनका पक्ष जानने की कोशिशें की गई। लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। जब भी उनका पक्ष आएगा, प्रमुखता से प्रकाशित किया जाएगा।