उत्तराखंड में मजबूत “इरादों”और कठोर “संकल्प” से नित नया इतिहास रच रहे मुख्यमंत्री “धामी”
इसे कहते हैं जननायक! अपना सुख-चैन सब दांव पर लगा सब जनता को किया समर्पित
देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपने मजबूत इरादों और कठोर निर्णय से नित नया इतिहास रच रहे हैं। जनता के सुख-दुःख में सीधे शरीक होकर धामी जननायक साबित ही थे हैं। वहीं, भ्र्ष्टाचार पर बड़ी कार्रवाई कर प्रदेश में नई नजीर पेश कर रहे हैं। अब जो लोग सीएम को शुरुआत में फ्लॉवर कहते फिर रहे थे, वह मुख्यमंत्री धामी के धाकड़ फैसलों पर फायर कहने लगे हैं। बहरहाल अकंठ भ्रष्टाचार में डूबे अफसरों और नेताओं में मुख्यमंत्री की तबाड़तोड़ कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है।
अब देखिए बीते रोज रुद्रप्रयाग जिले में रहते हुए भी मुख्यमंत्री के निर्देश पर चल रही आयोग की जांच में एसटीएफ ने तीन बड़े अफसरों को गिरफ्तार कर सरकार का संदेश स्पष्ट दे दिया है। अपने दौरे के कार्यक्रमों में अत्यंत व्यस्त रहे तो इस बीच शाम के समय उत्तराखंड के युवाओं को छलने वालों के सूबे के इतिहास की सबसे बड़ी कार्रवाई कर गए। यहां देर रात तक जिले में कहीं जनता से संवाद करते रहे तो कभी बैठकें लेकिन राज्य हित में युवा सीएम कहीं भी रुके नहीं और थके नहीं अंदाज में नज़र आये।रुद्रप्रयाग जिले में आज सुबह मुख्यमंत्री लाव लश्कर को छोड़ जनता के बीच अकेले ही सुबह सुबह की सैर पर निकल पड़े। यहां रास्ते में जिन्होंने मुख्यमंत्री को पहचाना वो हैरान रह गए कि एक मुख्यमंत्री बिना सुरक्षा और वीवीआइपी कल्चर को छोड़कर बारिश में ही छतरी लेकर लोगों के दुख दर्द पूछ रहे हैं। वहीं जिन लोगों ने मुख्यमंत्री को नहीं पहचान पाए, मुख्यमंत्री उनसे सरकार के विकास कार्यों पर फीडबैक लेते नज़र आये। यहां सुबह की सैर के दौरान मुख्यमंत्री ने यात्रियों से बातचीत की। मुख्यमंत्री ने सड़क किनारे एक पुरी ढाबे में कार्यरत विजय पंवार से भी बातचीत कर सरकार की योजनाओं की जानकारी ली। साथ ही जिले की प्रमुख समस्याओं के बारे में पूछा। मुख्यमंत्री धामी का यह अंदाज सोशल मीडिया में खूब वॉयरल हो रहा है। लोग कह रहे कि आज जहां लोग वीआईपी कल्चर में यह भूल जाते कि वह भी जनता के बीच से चुने गए हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री लोगों को अपने अलग अंदाज में मिलने अकेले अकेले अक्सर यूं ही जनपद भ्रमण के दौरान निकलते रहते हैं।