देहरादून। भू कानून को लेकर गढ़वाली गीत भू बुग्याल लॉन्च हुआ। गीत में भू कानून को समर्थन करते हुए पहाड़ के जीवन को बहुत मर्मस्पर्सी ढंग से पेश किया गया है।
रविवार को बर्मिकौंल और पांडवाज प्रोडक्शन के बैनर तले एक गढ़वाली गीत लांच किया गया। भू कानून पर केंद्रित यह गीत पूरी तरह से पहाड़ों के जीवन को बहुत नजदीक से दिखाता है। कई वर्षों से भू कानून को लेकर प्रदेश भर में कई छोटे-बड़े आंदोलन होते रहे हैं। समय-समय पर कई संगठनों और समाज सेवा की ओर से भी मुखर होकर सशक्त भू कानून की मांग की जाती रही है। बीते एक वर्ष में आंदोलन में युवा संगठनों के जुड़ने से भू कानून की मांग और तेज हो चली है। ऐसे में यह बड़ा गीत जन आंदोलन की आग में घी का काम कर सकता है। युवाओं की ओर से समय-समय पर उत्तराखंड मांगे भू कानून जैसे हैशटैग सोशल मीडिया पर ट्रेंड करवाए जाते रहे हैं।
इस गीत में संदीप ढौंडियाल और रचना भंडारी ने अपनी आवाज दी है। म्यूजिक ईशान डोभाल और गीत संदीप ढौंडियाल ने लिखा है। कंपोजिशन रजत भंडारी और रचना भंडारी की है। गीत को बर्मिकौंल और पांडवाज प्रोडक्शन ने तैयार किया है। भू बुग्याल गीत बर्मिकौंल यूट्यूब चैनल पर रिलीज किया गया है।