पेपर लीक मामले में कुमाऊं का हाकम भी चढ़ा एसटीएफ के हत्थे, करोड़ों की संपत्ति पर सवाल
देहरादून। देर से सही, कानून के शिकंजे में नौकरी माफिया कुमाऊं का चंदन मनराल भी एसटीएफ के हत्थे चढ़ गया। चंदन ने भी हाकम से आगे बढ़कर कई नेताओं और अफसरों से नजदीकियां बढ़ाते हुए पेपर लीक कराने के साथ ही अपात्र लोगों को नौकरियों का तोहफा दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। एसटीएफ ने प्रांरभिक जांच में चंदन की करोड़ों की संपत्ति के बारे में जानकारी हासिल की है।
उत्तराखंड अधीनस्थ चयन सेवा आयोग की स्नातक परीक्षा का पेपर लीक कराने के मामले में हर दिन नए कारनामे सामने आ रहे हैं। आज पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने रामनगर से 21 वीं गिरफ्तारी की है। आरोपी चंदन मनराल के शिक्षा विभाग की शिक्षा मित्रों सहित अन्य भर्तियों में रही है संदिग्ध भूमिका। जांच के दायरे में आयेगी गलत तरीके से कमाई गई अकूत दौलत। एसटीएफ ने आरोपी की अर्जित संपत्ति करीब 15 एकड़ जमीन पीरुमदारा में, करीब 10 बीघा खेती की भूमि रामनगर में, मनराल स्टोन क्रेशर के नाम से एक स्टोन क्रेशर पीरुमदार में जिसमें करीब सात बड़े ट्रक एवं तीन पोकलैंड, मनराल ट्रैवल्स एजेंसी जिसमें करीब 13 बस जिनमें से 10 बस स्कूलों में एवं तीन बस पहाड़ में चलती है, बाल महिला कल्याण समिति नाम से एनजीओ,. रामनगर नैनीताल में 3 मंजिला मकान व ऑफिस एवं आधा बीघा मुख्य सड़क पर कमर्शियल प्लाट, आधा दर्जन से अधिक बैंक खाते की जानकारी हासिल की है।