उत्तराखंड में आयोग का पेपर लीक मामले में पुलिस सिपाही समेत दो और गिरफ्तार, दर्जनभर लोगों को पूछताछ के लिए उठाया
देहरादून। उत्तराखंड में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की स्नातक परीक्षा के पेपर लीक मामले में एसटीएफ खुलासा दर खुलासा कर रही है। इस मामले में एसटीएफ 9 लोगों को पहले गिरफ्तार कर चुकी है। आज कुमाऊं में नकल माफियाओं के खिलाफ चली कार्रवाई में एक उत्तराखंड पुलिस का सिपाही समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से अब तक करीब 36 लाख की बरामदगी की गई। अभी तक पेपर लीक मामले में सवा करोड़ की डील सामने आ चुकी है। एसटीएफ ने कुमाऊं क्षेत्र से 12 लोगों को पूछताछ के लिए उठाया है।एसटीएफ की ताबड़तोड़ कार्रवाई के चलते कुछ लोग अंडरग्राउंड हो गई है।
उत्तराखंड में यूकेएसएसएससी की स्नातक परीक्षा के पेपर लीक मामले में फिलहाल नकल माफियाओं पर एसटीएफ की कार्रवाई चल रही है। नकल माफियाओं को शह देने और आयोग के जिम्मेदार लोगों पर फिलहाल एसटीएफ भी हाथ डालने से बच रहा है। इसे लेकर सोशल मीडिया से लेकर आम लोगों में कई तरह की चर्चाएं चल रही है। उत्तराखंड एसटीएफ प्रभारी अजय सिंह के अनुसार पेपर लीक मामले में अब तक 11 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। कुमाऊं से एक पुलिस अधिकारी के गनर की संलिप्तता सामने आने पर गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा कुछ और लोगों पर नज़र रखी जा रही है। पुख्ता सबूत मिलते ही उनको गिरफ्तार किया जाएगा। कुमाऊं में विगत 24 घंटे में ताबड़तोड़ दबिश दी जा रही है। एसटीएफ यहां से पेपर लीक मामले में संदिग्ध होने पर एक दर्जन लोगों को पूछताछ के लिए देहरादून लाये गए। इससे पूरे कुमाऊं में हड़कंप मच गया। एसटीएफ की इस कार्रवाई से गिरफ्तार होने वालों की संख्या में बड़ा इजाफा हो सकता है। कुमाऊं में रात भर चली गहन पूछताछ और साक्ष्य की कड़ी जोड़ने में एसटीएफ टीम को मिली सफलता मिली है। इसके बाद आरोपी दीपक शर्मा और पुलिस आरक्षी अंब्रिश गोस्वामी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों से अब तक परीक्षा पेपर लीक से जुटाए 35.89 लाख बरामद किए गए। अब तक की कार्यवाही में पेपर लीक मामले में एसटीएफ 1 करोड़ 20 लाख कैश/इन्वेस्टमेंट का खुलासा कर चुकी है।