उत्तराखंड में उपनल महासंघ के दो पूर्व अध्यक्षों तक भी पहुंची पेपर लीक की आंच, एसटीएफ ने ऐसे किए गिरफ्तार
देहरादून। उत्तराखंड में अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की स्नातक परीक्षा का पेपर लीक मामले में वर्तमान उपनल कर्मचारी और महासंघ में अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभाने वाले दो आरोपी भी गिरफ्तार हो गए हैं। दोनों मेडिकल यूनिवर्सिटी सेलाकुई में बाबू की जिम्मेदारी संभाले हुए थे। गिरफ्तार आरोपी में एक ग्राम विकास अधिकारी की परीक्षा भी पास कर गया था। अब एसटीएफ इस गैंग में बड़े मगरमच्छ की तलाश में जुट गई है।
उत्तराखंड एसटीएफ प्रभारी अजय सिंह ने बताया कि अधीनस्थ सेवा चयन आयोग उत्तराखण्ड द्वारा वर्ष 2021 के माह दिसम्बर में स्नातक स्तरीय परीक्षा आयोजित की थी। इस परीक्षा में हुई गडबडियों के परिप्रेक्ष्य में देहरादून के थाना रायपुर पर पंजीकृत मुकदमा दर्ज हुआ था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसकी विवेचना एसटीएफ से कराने के निर्देश दिए थे। एसटीएफ द्वारा की जा रही विवेचना के दौरान पूर्व में 07 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। विवेचना एवं गिरफ्तार अभियुक्तों से की गई पूछताछ एवं जानकारी के आधार पर एसटीएफ द्वारा आज 02 अभियुक्तों दीपक चौहान निवासी भन्सवाड़ी टिहरी गढ़वाल हाल निवासी बालावाला देहरादून एवं भावेश जगूड़ी निवासी जोगत पट्टी दिचली उत्तरकाशी हाल निवासी विद्या विहार कारगी चौक देहरादून को गिरफ्तार किया गया है। उक्त गिरफ्तार दोनों अभियुक्तों के बारे में जानकारी करने पर ज्ञात हुआ है कि, यह दोनों वर्तमान में सेलाकुई में स्थित एचएनबी मेडिकल यूनिवर्सिटी के प्रशासनिक कार्यालय में उपनल के माध्यम से कनिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत्त है। एसटीएफ के अनुसार दोनों पूर्व में उत्तराखंड में उपनल कर्मचारियों के महासंघ के अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा चुके हैं।
पूछताछ में आरोपियों में बताई ये कहानी
गिरफ्तार अभियुक्तों से की गई पूछताछ के दौरान अभियुक्त दीपक चौहान ने बताया कि, पूर्व में गिरफ्तार अभियुक्त जयजीत दास जो कि आर0एम0एस0 टैक्नो सोल्यूशन कम्पनी का कर्मचारी है तथा जयजीत द्वारा कम्पनी के काम से मेडिकल यूनिवर्सिटी में आना-जाना होने के कारण दीपक चौहान का पूर्व परिचित भी था। जयजीत दास द्वारा दीपक चौहान को उक्त परीक्षा का पेपर उपलब्ध कराया गया था जिसके एवज में दीपक चौहान द्वारा जयजीत को 36 लाख रूपये दिये गये थे। दीपक चौहान एवं भवेश जगूड़ी एक संस्था में कार्य करते थे तथा आपस में दोस्त भी थे इसलिए दीपक चौहान ने जयजीत दास से पेपर प्राप्त करने की बात भावेश जगूड़ी को बताई। इसके बाद भावेश जगूड़ी व दीपक चौहान द्वारा कुछ परिक्षार्थियों से सम्पर्क कर उनको देहरादून मेंएक स्थान पर एकत्र कर उक्त परीक्षा का पेपर के क्वेश्चन बताए गये थे जिसके सम्बन्ध मे उक्त दोनो अभियुक्तों द्वारा 36 लाख जयजीत दास को दिया गया था।
परीक्षा में जगूड़ी को मिली 573 रैंक
उक्त परीक्षा मे भावेश जगूडी द्वारा भी प्रतिभाग किया गया था जिसमें उसकी 573 रैंक आयी है। उक्त प्रक्रिया के दौरान अभियुक्त दीपक चौहान एवं भावेश जगूड़ी द्वारा जिन मोबाईल फोन का प्रयोग किया गया था उन्हें कब्जे में लेकर तकनीकी साक्ष्य संकलित किये जा रहे हैं। एसटीएफ को पुख्ता साक्ष्य मिले है की परीक्षा से पहले एक रात दोनो द्वारा परीक्षा में आए कुछ प्रश्न पत्रों को ऑनलाइन सर्च भी किया गया था।दोनो अभियुक्तों को न्यायिक हिरासत मे भेजा जा रहा है।