उत्तराखंडनेचर पार्कसुविधा

उत्तराखंड में फन वैली और क्रिस्टल वर्ल्ड को मात दे रहा अपना लच्छीवाला नेचर और वाटर पार्क

देहरादून। भरोसा नहीं होता कि यह वही लच्छीवाला है, जहां कुछ साल पहले अव्यवस्था और गंदगी का आलम बना रहता था। लेकिन अबका लच्छीवाला नेचर और वाटर पार्क देहरादून के फन वैली और हरिद्वार के क्रिस्टल वर्ल्ड को कई मामलों में मात दे रहा है। यहां नेचुरल वाटर सोर्स, व्यवस्थित तरीके से संवारे गए नेचर गतिविधियों और बड़ों से लेकर बच्चों तक के दर्शनीय स्थान हर किसी के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। अभी भी लच्छीवाला वाटर पार्क में कई कार्य होने बाकी हैं, ऐसे में गर्मी हो या फिर सर्दियों में लच्छीवाला पर्यटकों और स्थानीय लोगों की सैरगाह का प्रमुख केंद्र बनने जा रहा है।

देहरादून से लगभग 18 से 20 किमी की दूरी पर टोल प्लाजा से एक किमी सर्विस रोड पर (पुराने डोईवाला हाईवे) लच्छीवाला नेचर पार्क है। यह पार्क करीब 5 किमी भू भाग पर फैला है। पहले यहां सिर्फ नेचुरल नदी बहती थी। जहां अनियंत्रित भीड़ जाती थी और अव्यवस्था और गंदगी बनी रहती थी। इससे सज्जन और अच्छे लोग यहां जाने से कतराते थे। लेकिन त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार ने इस पार्क को संवारने का बीड़ा उठाया। आइएफएस पीके पात्रो ने विशेषज्ञों की टीम से इस पार्क को प्लानिंग से संवारा। इस पर करीब 5 करोड़ से ज्यादा का बजट खर्च किया गया। इससे पार्क की व्यवस्था और सुंदरता में चार चांद लग गए। आज पार्क में प्रवेश से लेकर भ्रमण तक के लिए शानदार व्यवस्था की गई। पार्क को नेचर की तरह सजाया और संवारा गया। अब यदि पार्क में जाते तो कम से कम 3 से 4 घण्टे का वक्त निकाल कर जाएं। यहां आप पार्क में उत्तराखंड की विलुप्त वस्तुओं, पहनावे, उपयोगी सामान, बीजों का म्यूजियम सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र है। धरोहर के नाम से बने इस म्यूजियम में उत्तराखंड के नेचर, राजनीति एवं इतिहास से जुड़ी छोटी छोटी फिल्में दिखाई जा रही है। इससे म्यूजियम हर किसी के लिए आकर्षण बना हुआ है।

वाटर पार्क बना पर्यटकों का आकर्षण

यदि आप उत्तराखंड भ्रमण पर है या देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश, डोईवाला में रहते तो गर्मी से निजात पाने को लच्छीवाला नेचर पार्क पहुंच सकते हैं। यहां पेड़ों की छांव और नेचुरल बहते ठंडे पानी में जल क्रीड़ा कर गर्मी को दूर भगा सकते हैं। नेचर पार्क में करीब पांच सौ मीटर से ज्यादा दूरी तक नहाने के लिए नेचुरल स्रोत है। इसमें पर्यटक जल क्रीड़ा का आनंद उठा सकते हैं।

पार्क में 50 रुपये में करें बोटिंग

पार्क में बनी लेक में बोटिंग की सुविधा है। यहां 5 बोट लेक में डाली गई है। हर बोट पर सवारी करने पर 50 रुपये प्रति व्यक्ति है। एक बोट में करीब 10 मिनट की राइड कर सकते हैं। बोटिंग को लेकर भी लोगों की भीड़ जुटी रहती है।

बच्चों के झूले और चैलेंजिंग गेम आकर्षण

पार्क में बच्चों के लिए झूले और कई चैलेंजिंग गेम आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। झूले और कुछ बच्चों के गेम निःशुल्क हैं, जबकि कुछ 30 से 40 रुपये में ले सकते हैं। इनमें ब्रम्हा ब्रिज, टायर वॉल, रस्सी वॉल, झूलता ब्रिज भी बच्चों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।

 

लच्छीवाला नेचर पार्क उत्तराखंड में सबसे सुंदर, साफ एवं जानकारीपरक है। पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान में रखकर पार्क को पूरी तरह से नेचुरल रूप दिया गया है। यहां म्यूजियम में दुर्लभ वस्तुएं और जानकारी मिल रही है। खासकर युवाओं और बच्चों के लिए यह जानकारी महत्वपूर्ण है। डीएफओ पीके पात्रो ने पार्क को संवारने में जो भूमिका निभाई वह काबिलेतारीफ है। अभी कुछ और सुझाव पार्क के सुधार को दिए गए, जिन पर काम होना बाकी है।

राजू गुसाईं, वरिष्ठ पत्रकार उत्तराखंड

 

औषधीय और सजावटी पौधे आकर्षण का केंद्र

नेचर पार्क में पहुंचने वाले सैलानियों को धरती माता की प्रतिकृति धरा को हरा-भरा बनाने का संदेश देती नजर आती है। इसके साथ ही हर्बल गार्डन में आप औषधीय पौधों से परिचित होते हैं। साथ ही पर्यटकों के आकर्षण के लिए सजावटी पौधे भी लगाए गए हैं। इसके लिए सेल्फी पॉइंट भी बनाये गए। जहां आप अपने कैमरे में नेचर को कैद कर सकते हैं। पार्क के एक हिस्से में बटरफ्लाई गार्डन में रंग-विरंगी तितलियां आल्हादित कर देती हैं।

 

म्यूजियम में यह भी देख सकते

म्यूजियम धरोहर में उत्तराखंड की संस्कृति से लेकर अंग्रेजी शासन काल के समय की तमाम जानकारियां यहां उपलब्ध हैं। धरोहर में जाकर हम उत्तराखंड की पारंपरिक वेशभूषा एवं आभूषण, पारंपरिक बीज एवं अनाज, पारंपरिक उपकरण एवं बर्तन, पारंपरिक चित्रकला, पारंपरिक नृत्य व वाद्य यंत्र आदि की जानकारी ले सकते हैं। वहीं यहां स्थित वीआर रूम भी बच्चों व बुजुर्गों के लिए मनोरंजन का केंद्र बना हुआ है।

शाम को देखें म्यूजिकल फाउंटेन शो

नेचर पार्क में वोट‍िंग के अलावा म्यूजिकल फाउंटेन शो का भी पर्यटक आनंद ले सकते हैं। यहां पर लगे विभिन्न प्रकार के झूले बच्चों को खूब मनोरंजन करते हैं वही रोज गार्डन के अलावा औषधीय पौधे व तुलसी वाटिका भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है। ।

पांच माह में डेढ़ लाख पर्यटक और एक करोड़ कमाई

लच्छीवाला रेंज के वन दारोगा चंडी उनियाल का कहना है क‍ि वर्ष 2022 में पिछले पांच माह में ही एक लाख 36 हजार 776 पर्यटक पार्क का दीदार कर चुके हैं। जिनसे वन विभाग को 95 लाख 61 हजार 760 रुपये की आमदनी भी हुई है। इन दिनों गर्मी ज़ जा रहा है। जबकि जून माह में रिकॉर्ड पर्यटक आ रहे हैं। इस साल जनवरी में 14885 पर्यटक से फरवरी में 9078,मार्च, 25689, अप्रैल, 27113, मई, 60011 पर्यटकों ने यहांं पहुंच कर दीदार किया है। रेंज के वन दारोगा चंडी उनियाल का कहना है क‍ि वर्ष 2022 में पिछले पांच माह में ही एक लाख 36 हजार 776 पर्यटक पार्क का दीदार कर चुके हैं। जिनसे वन विभाग को 95 लाख 61 हजार 760 रुपये की आमदनी भी हुई है।

 पार्क खुलने का समय

इस पार्क का समय मौसम के अनुसार बदलता रहता है। सर्दियों के मौसम में यह पार्क सुबह 9:00 बजे खुलता है और शाम 5:00 बजे बंद हो जाता है। गर्मियों के मौसम में सुबह 8:00 बजे खुलता है और शाम 5:00 बजे बंद होता है।

स्विमिंग पूल

पार्क के अंदर तीन तरह के स्विमिंग पूल हैं, जिसे छोटे बच्चों और युवाओं के लिए अलग-अलग ऊंचाई का बनाया गया हैं। ये तीनों पूल आपस में एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं, जिसमें एक नदी से पानी आता है। इसमें नहाने के लिए एयर टायर ट्यूब की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाती है।

कैफेटेरिया 

पार्क में मौजूद कैफेटेरिया के सामान का प्राइस बहुत ही महंगा है। इसलिए अगर आप इस कैफेटेरिया से कुछ खाने का सोच रहे हैं, तो कब आपका जेब खाली हो जाएगा ये आपको भी पता नहीं चल पाएगा। इसलिए अगर आप इस पार्क में जा रहे हैं, तो अपने साथ कुछ खाने-पीने की चीजें लेकर जरूर जाएं।

नेचर पार्क में पार्किंग की सुविधा

इस पार्क में पार्किंग की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जिसमें बाइक, स्कूटर, कार, टैक्सी और ऑटो के अलावा बस, ट्रक और ट्रैक्टर को भी पार्क करने की सुविधा उपलब्ध है। इस पार्क में इन सभी व्हीकल्स का पार्किंग प्राइज इस प्रकार से हैं।

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