पारिवारिक टकराव और आपसी संवाद की कमी से समाज में बढ़ रहे परिवारिक विघटन: डीजे

उत्तरकाशी। के विकास भवन परिसर में रविवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से बहुउद्देश्यीय विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का शुभारंभ जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं जिलाधिकारी ने संयुक्त रूप से किया।

इस अवसर पर जिला जज गुरुबख्श सिंह ने समाज में बढ़ते पारिवारिक विघटन पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि न्यायालयों में ऐसे मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पारिवारिक टकराव और आपसी संवाद की कमी इसके प्रमुख कारण हैं, जो समाज के लिए गंभीर चुनौती बनते जा रहे हैं। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि अपने अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों और दायित्वों का भी पूरी निष्ठा से पालन करें।उन्होंने कहा, “परिवार को संभालना और एकजुट रखना भी राष्ट्र सेवा का महत्वपूर्ण रूप है। जो व्यक्ति अपने परिवार को जोड़कर रखता है, वह भी देश सेवा करता है।
स्थानीय संस्कृति पर प्रकाश डालते हुए जिला जज ने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां और पारंपरिक परिधान हमारी संस्कृति की पवित्रता और कोमलता को दर्शाते हैं। ये समाज को जोड़ने और संस्कारों को मजबूत करने का प्रभावी माध्यम हैं। उन्होंने विधिक साक्षरता को समाज के हर वर्ग के लिए आवश्यक बताते हुए जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया।
जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने कहा कि इस प्रकार के शिविर आम नागरिकों को सरकार द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं और कानूनी अधिकारों से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ऐसे आयोजनों से न केवल जानकारी मिलती है, बल्कि समस्याओं के समाधान का मार्ग भी प्रशस्त होता है।वहीं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव ने प्राधिकरण के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह न्यायपालिका की एक महत्वपूर्ण इकाई है, जिसका उद्देश्य समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक न्याय को सुलभ, सरल और निःशुल्क रूप में पहुँचाना है। विशेषकर वे लोग, जो आर्थिक, सामाजिक या शैक्षणिक कारणों से न्याय प्राप्त करने में असमर्थ रहते हैं, उनके लिए प्राधिकरण सक्रिय रूप से कार्य करता है।
शिविर में विभिन्न विभागों द्वारा स्टॉल लगाए गए, जहाँ लोगों को विधिक परामर्श, सरकारी योजनाओं, सामाजिक सुरक्षा, महिला सशक्तिकरण, बाल संरक्षण एवं श्रमिक कानूनों से संबंधित जानकारी दी गई।
जिला जज और जिलाधिकारी ने स्टॉलों का निरीक्षण किया तथा योजनाओं से आच्छादित लाभार्थियों को चेक, दिव्यांग उपकरण आदि वितरित किए। आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक सहायता भी प्रदान की गई। कार्यक्रम के समापन पर जिला जज गुरुबख्श सिंह ने विकास भवन परिसर स्थित श्री राम वाटिका में अमरूद का पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
कार्यक्रम में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, सिविल जज, न्यायिक मजिस्ट्रेट, वन विभाग, राजस्व प्रशासन, स्वास्थ्य, पुलिस, बार संघ के पदाधिकारी, अधिवक्ता तथा बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।
