उत्तराखंड में चंद्रग्रहण पर बदरीनाथ–केदारनाथ सहित बीकेटीसी के सभी मंदिर बंद
सूतक काल लागू होने से 7 सितंबर दोपहर 12:58 बजे से बंद, शुद्धिकरण के बाद 8 सितंबर को खुलेंगे द्वार

देहरादून। देशभर में लग रहे चंद्रग्रहण का प्रभाव उत्तराखंड के उच्च हिमालयी धामों पर भी पड़ा है। चंद्रग्रहण के सूतक काल की शुरुआत के साथ ही बदरीनाथ–केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अधीन आने वाले सभी मंदिरों के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए गए हैं।

बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गौड़ द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, चंद्रग्रहण के कारण श्री बदरीनाथ धाम, श्री केदारनाथ धाम समेत समिति के अंतर्गत आने वाले सभी छोटे-बड़े मंदिरों के कपाट रविवार 7 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 58 मिनट पर सूतक काल लागू होते ही बंद कर दिए गए। ग्रहण अर्ध रात्रि को समाप्त हो रहा है।
ग्रहण अर्ध रात्रि को समाप्त हो रहा है।लेकिन मंदिरों के कपाट पूर्व की भांति ही ब्रह्म मुहूर्त अर्थात प्रात: 4 बजे से साढे चार बजे तक खुलेंगे ।
शुद्धिकरण के बाद होंगे दर्शन
मीडिया प्रभारी ने बताया कि ग्रहणकाल समाप्त होने के पश्चात सोमवार 8 सितंबर को प्रातःकाल सभी मंदिरों का वैदिक रीति से शुद्धिकरण किया जाएगा। शुद्धिकरण उपरांत मंदिर यथावत समय पर खुलेंगे और श्रद्धालु पुनः दर्शन का लाभ ले सकेंगे।
धार्मिक परंपरा के अनुरूप
हिंदू धर्म की परंपरा के अनुसार, ग्रहण काल को अपवित्र माना जाता है और इस अवधि में मंदिरों के कपाट बंद रखे जाते हैं। ग्रहण की समाप्ति के बाद विशेष पूजन और शुद्धिकरण अनिवार्य होता है। इसी परंपरा के अनुसार बीकेटीसी ने अपने सभी धामों और मंदिरों में व्यवस्था सुनिश्चित की है।
