देश में तिलोथ विद्युत गृह को मिला सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली जल विद्युत परियोजना का पुरस्कार

देहरादून। यूजेवीएन लिमिटेड के तिलोथ विद्युत गृह (उत्तरकाशी) को देश में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली जल विद्युत परियोजना का केंद्रीय सिंचाई एवं ऊर्जा बोर्ड का प्रतिष्ठित पुरस्कार मिला है। 90 मेगावाट की इस परियोजना से रिकॉर्ड विद्युत उत्पादन होता आ रहा है। राज्य में यह परियोजना लाभकारी सिद्ध हो रही है।
केंद्रीय विद्युत एवं सिंचाई बोर्ड द्वारा शुक्रवार को स्कोप सेंटर, नई दिल्ली में सीबीआईपी दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जल संसाधन, ऊर्जा तथा गैर पारंपरिक ऊर्जा क्षेत्र में कार्य कर रहे विभागों तथा पेशेवरों को उनकी उल्लेखनीय उपलब्धियों के आधार पर पुरस्कार भी प्रदान किए गए। इसी क्रम में यूजेवीएन लिमिटेड के सीमांत जनपद उत्तरकाशी में स्थित 90 मेगावाट क्षमता के तिलोथ विद्युत गृह को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली जल विद्युत परियोजना (Best Performing Hydro Power Project) का पुरस्कार प्रदान किया गया। यूजेवीएन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डॉ. संदीप सिंघल ने अध्यक्ष, केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण घनश्याम प्रसाद तथा अध्यक्ष, केंद्रीय जल आयोग डॉ. एम.के. सिन्हा के हाथों यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त किया। तिलोथ विद्युत गृह को यह पुरस्कार विद्युत उत्पादन में उल्लेखनीय वृद्धि के साथ ही सुरक्षा तथा पर्यावरणीय मानकों के अनुपालन में बेहतरीन प्रदर्शन आदि पहलुओं के आधार पर दिया गया है। प्रबंध निदेशक डॉ. संदीप सिंघल ने निगम की इस उपलब्धि पर हर्ष प्रकट करते हुए इसका श्रेय निगम के समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों को देते हुए कहा कि यूजेवीएन लिमिटेड ने अपनी बेहतरीन कार्यसंस्कृति से ऊर्जा क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाई है। उल्लेखनीय है कि केंद्रीय विद्युत एवं सिंचाई बोर्ड (सीबीआईपी) का गठन भारत सरकार द्वारा लगभग 98 वर्ष पूर्व केंद्र सरकार को तकनीकी सहायता प्रदान करने हेतु किया गया था। बोर्ड ऊर्जा तथा जल संसाधन के क्षेत्र में कार्य कर रही संस्थाओं तथा पेशेवरों को बेहतर कार्य प्रणालियों तथा तकनीकों का ज्ञान प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता आ रहा है।
कार्यक्रम में अध्यक्ष, केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण घनश्याम प्रसाद, केंद्रीय जल आयोग के अध्यक्ष डॉ. एम.के. सिन्हा, यूजेवीएन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डॉ. संदीप सिंघल, अधिशासी निदेशक पंकज कुलश्रेष्ठ, केन्द्रीय सिंचाई एवं विद्युत परिषद के वरिष्ठ अधिकारियों सहित बड़ी संख्या में देश भर की सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
