लोकप्रियता: “भैजी हम दगड़ी फोटू त खींचा” और महिलाओं ने मुख्यमंत्री के साथ ली ख़ूबसारी सेल्फी
-रैथल की महिलाएं मुख्यमंत्री से बोलीं, “भैजी हम दगड़ी फोटू त खींचा
-हेलीपैड के पास मुख्यमंत्री धामी का अनोखे अंदाज में स्वागत करने पहुंचीं मातृशक्ति में दिखा सेल्फी का क्रेज
-उच्च हिमालय की जड़ी-बूटी के धुपाने (धूप) और बुरांश के फूलों की माला से किया स्वागत
-दयारा बुग्याल के आधार शिविर रैथल क्षेत्र की महिलाओं के अपनत्व से गदगद दिखे सीएम
देहरादून। भारत-तिब्बत बॉर्डर के भटवाड़ी ब्लॉक की महिलाओं ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का अनूठे अंदाज में स्वागत किया। हेलीपैड से भटवाड़ी जनसभा करने जा रहे मुख्यमंत्री को अचानक रैथल गांव की महिलाओं ने रास्ते मे रोक लिया। मुख्यमंत्री भी फ्लीट से उतरे और सीधे महिलाओं के बीच पहुंच गए। महिलाओं ने पहले मुख्यमंत्री धामी को अनूठे अंदाज में बुरांश के फूलों की माला भेंट की और उच्च हिमालय क्षेत्र की जड़ीबूटी से बनी धूप (धुपाने) से पूजा की। इसके बाद महिलाओं ने मुख्यमंत्री से गढ़वाली बोली में कहा कि “भैजी हम दगड़ी फोटू त खींचा”। महिलाओं के इस अनुरोध पर मुख्यमंत्री खुद को रोक नहीं पाए और सभी दीदी-भुलियों के साथ खूब सेल्फी ली। इस दौरान मातृशक्ति के क्रेज को देखते हुए मुख्यमंत्री धामी भी गदगद दिखे और महिलाओं से खूब बातचीत की।
उत्तराखंड में मातृशक्ति के बीच मुख्यमंत्री धामी की लोकप्रियता की झलक आज सीमांत क्षेत्र रैथल (भटवाड़ी) में देखने को मिली। यहां एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की फ्लीट आते देख महिलाएं स्वागत को उमड़ पड़ी। महिलाओं ने उच्च हिमालय क्षेत्र से लाई गई जड़ी-बूटी की धूप को जलाकर अनूठे अंदाज में मुख्यमंत्री धामी का स्वागत किया। इस दौरान महिलाओं ने सरकार द्वारा महिलाओं के हित में चलाई जा रही योजनाओं के प्रति मुख्यमंत्री धामी का आभार जताया। महिलाओं ने नौकरी में 30 फीसद आरक्षण, लखपति दीदी, मुफ्त गैस सिलेंडर समेत अन्य योजनाओं के लिए सरकार का खास तौर पर आभार प्रकट किया। साथ ही सरकार के बड़े फैसलों के लिए मुख्यमंत्री की प्रशंसा की।
इस दौरान रैथल गांव की सुनीता राणा, कुशला रावत, जगदम्बा राणा, बबिता रावत आदि ने मुख्यमंत्री से गढ़वाली बोली में बातचीत की और कहा कि “भैजी हम दगड़ी एक फोटू त खिंचा…”। मुख्यमंत्री ने भी सभी महिलाओं की कुशलक्षेम पूछी और अलग अंदाज में स्वागत के लिए आभार जताया। उन्होंने कहा कि मातृशक्ति का आशीर्वाद हमेशा उनके साथ रहता है, इस बात का उन्हें मान है। उन्होंने दयारा बुग्याल के आधार शिविर रैथल गांव की खूबसूरती को देखते हुए पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने का भरोसा दिया है।