उत्तराखंड में बाबा गैंग ने 97 करोड़ की लैंड डील में दून के शो रूम मालिक से ठगे पौने 4 करोड़, 13 के खिलाफ मुकदमा
देहरादून। राजधानी में पुलिस ने राष्ट्रीय लैंड माफिया गिरोह से जुड़े 13 लोगों के ख़िलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आरोपियों ने हॉस्पिटल और गुरुद्वारा बनाने के लिए जीएमएस रोड स्थित एक ज्वेलर्स के साथ 97 करोड़ की जमीन खरीदने की डील की। इस दौरान मुनाफे का लालच देकर शो रूम संचालक से 3 करोड़ 80 लाख की ठगी कर ली। इस गिरोह में एक बाबा समेत 13 लोग शामिल हैं। इनके खिलाफ उत्तरप्रदेश समेत अन्य राज्यों में भी इसी तरह लैंड फर्जीवाड़े के मुकदमे दर्ज हैं। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि तहरीर मिलने के बाद मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले में जांच की जा रही है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय लैंड माफिया से जुड़े एक शातिर गिरोह ने कुछ दिन पहले हॉस्पिटल और गुरुद्वारा बनाने के लिए दून और हरिद्वार में जमीन की डील की है। आरोप है कि गिरोह ने दून के जीएमएस रोड पर ज्वेलरी शो रूम चलाने वाले कारोबारी सतीश सैनी को करीब 97 करोड़ रुपये की लैंड डील के झांसे में लेकर 3.80 करोड़ रुपये ठग लिए। यह ठगी गिरोह ने बेहद शातिरपन से की। भूमाफिया गिरोह ने पहले सतीश सैनी की हरिद्वार सिडकुल स्थित जमीन खरीदने का सौदा किया। भरोसे में लेते हुए गिरोह के ही एक सदस्य ने प्रेमनगर झाझरा में अपने कब्जे वाली जमीन को आगे मोटे दाम पर बेचने और बिजनेसमैन को इसमें से मुनाफे का बड़ा हिस्सा देने का झांसा देकर अपने साथ कर लिया। इस डील को करने के लिए गैंग ने पूरी स्क्रिप्ट लिखी और फिल्मी अंदाज में कारोबारी को झांसे में लेकर करीब 3 करोड़ 80 लाख की रकम ठग ली। ठगी का एहसास होने पर कारोबारी सतीश सैनी ने वसंत विहार पुलिस को तहरीर दी। पुलिस ने सतीश सैनी की शिकायत पर 13 व्यक्तियों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। इस दौरान यह बात भी सामने आई कि यह गिरोह इस तरह के फर्जीवाड़े में पहले भी लिप्त है और कई सदस्यों के विरुद्ध देशभर में 13 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से कुछ आरोपी पहले भी जेल की हवा खा चुके हैं।
ये है करोड़ों की ठगी की पूरी कहानी
बसन्तविहार पुलिस को दी गई तहरीर में पीड़ित सतीश कुमार सैनी ने बताया कि नवंबर 2020 में अमजद अली और अदनान ने उनसे उनकी सिडकुल हरिद्वार की भूमि को खरीदने के लिए संपर्क किया था। किसी कारण से यह सौदा नहीं हो पाया। इसके बाद जनवरी 2021 में अमजद अली, साहिल गर्ग व शरद गर्ग उनके शोरूम में आए। जहां उन्होंने बताया कि एक बाबा हैं, जिनका नाम मलकीयत सिंह उर्फ बलबीर सिंह है। यह ट्रस्ट बाबा बूढ़ा दल समिति नांदेड़ महाराष्ट्र के हेड हैं। इन्हें हॉस्पिटल और गुरुद्वारा निर्माण के लिए जमीन की जरूरत है। आरोपियों ने कहा कि वह बाबा जी को लेकर आएंगे, तब तक कुछ जमीनें देख कर रखना और उनकी मिट्टी भी मंगवा लेना। आरोपियों ने सतीश कुमार सैनी को भरोसे में लेने के लिए साथ आए साहिल गर्ग ने कहा कि उनके पिता संजय गुप्ता इस ट्रस्ट से जुड़े हुए हैं। वहीं, शरद गर्ग ने कहा कि उनके पिता संजीव गर्ग ट्रस्ट के सीए (चार्टर्ड अकाउंटेंट) हैं। कुछ दिन बाद करीब 15 जनवरी को ये लोग मलकीयत सिंह उर्फ बाबा/बलबीर सिंह, संजय गुप्ता, अदनान, आशीष, सोलंकी, राजा व चन्नी आए। जिसके बाद सतीश सैनी ने इन्हें अपने मित्र की दो जमीनें दिखाई। साथ ही जमीन की मिट्टी भी दी।
ऐसे मुनाफे के लिए झांसे में आया कारोबारी
आरोपी अमजद अली और अदनान ने पीड़ित को कहा कि झाझरा में उनके जानने वाले की 70 बीघा जमीन है। इसे भी बाबा जी को दिखा देते हैं। दो दिन बाद अमजद का कॉल आया कि जो जमीन उन्होंने दिखाई थी उसकी मिट्टी पास हो गई है। इससे सतीश सैनी 97 करोड़ की डील से झांसे में आए। अमजद और अदनान ने बताया कि जो 70 बीघा जमीन बाबा जी को दिखाई है, उसका रजिस्टर्ड एग्रीमेंट एमडीडीए कॉलोनी चंदर रोड निवासी आशिक कुमार के नाम पर है। इस तरह आशिक कुमार से भी मुलाकात करवाई गई और आशिक कुमार ने भी कागज दिखाने की बात कही। साथ ही सभी ने सतीश कुमार सैनी को झांस में लेते हुए कहा कि वह इसका अनुबंध अपने नाम करवा लें और फिर मुनाफा काटकर इसे आगे बाबा को बेच देंगे। इस तरह की जानकारी दी गई बाबा के साथ प्रति बीघा 1.39 करोड़ रुपये में सौदा तय हुआ है, जबकि यह जमीन 95 लाख रुपये बीघा के भाव में मिल रही है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।