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पीड़ित को पुलिस ने कटवाए दर दर के चक्कर, कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज

देहरादून। रेलवे ट्रेक पर संदिग्ध परिस्थिति में बेटे की लाश मिलने के बाद परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस थाने से लेकर अफसरों के चक्कर काट न्याय की मांग की। लेकिन पीड़ित की कहीं सुनवाई नहीं हुई। थकहार कर पीड़ित ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया तो मुकदमे के आदेश हुए। अब पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर एक बैंक अफसर और युवती के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

राजधानी देहरादून के नाथुवावाला निवासी 24 वर्षीय युवक मुकुल 25 नवम्बर की रात घर से दिल्ली को निकला था। परिजनों ने सुबह मुकुल को फोन किया तो नेहरू कॉलोनी पुलिस ने फोन उठाया और मुकुल के एक्सीडेंट की सूचना दी। इस पर परिजन अस्पताल पहुंचे तो पता चला कि मुकुल की लाश रेलवे ट्रैक पर मोहकमपुर के पास पड़ी मिली। मुकुल के पिता हरिकिशन भट्ट ने पहले दिन ही बेटे की हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस से कार्रवाई की मांग की। मगर, पुलिस ने मामले को आत्महत्या बताते हुए पीड़ित की मदद करने से हाथ खींच लिए। इस पर पीड़ित थाने से लेकर पुलिस के कई अफसरों से न्याय की गुहार लगाने पहुंचे। कहीं सुनवाई नहीं हुई तो पीड़ित हरिकिशन अपने बेटे की मौत के जिम्मेदारों को सजा दिलाने को कोर्ट पहुंचे। वरिष्ठ अधिवक्ता विक्रम पुंडीर और बीना लखेड़ा ने बताया कि पीड़ित हरिकिशन ने पुलिस के थानेदार से लेकर अफसरों से न्याय की गुजारिश की। इस मामले में पीड़ित ने पहले दिन से ही कुछ लोगों पर शक जाहिर कर पुलिस को जानकारी दी गई। लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई। अब इस मामले में कोर्ट ने 156(3) के तहत मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने बताया कि मुकुल की अंतिम बात युवती प्राची और एसबीआई रामपुर में सहायक प्रबंधक पीयूष सिंह निवासी पटना बिहार से अंतिम और कई बार बात हुई है। परिजनों ने दोनों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इधर, थानेदार मोहन सिंह ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर उक्त दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है। मामले की जांच की जा रही है।

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