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माघ मेला: बाजारीकरण के साथ मेले के पौराणिक स्वरूप को बरकरार रखने की जरूरत

देहरादून। माघ मेले के उपलक्ष्य में जिला पंचायत की ओर से पत्रकार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में माघ मेले के पौराणिक व सांस्कृतिक स्वरूप को बरकरार रखने पर जोर देते हुए मेले के विभिन्न आयामों विस्तार से विचार विमर्श हुआ। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण ने मेले के प्रचार-प्रसार में पत्रकारों के योगदान के प्रति आभार जताया। कहा कि भविष्य में मेले को और भव्य रूप दिया जाएगा।

मंगलवार को जिला सभागार में आयोजित पत्रकार गोष्ठी में जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण, विधायक सुरेश चौहान और डीएम अभिषेक रूहेला ने पत्रकारों की ओर से माघ मेले को लेकर आए सुझावों पर जरूरी कार्रवाई का आश्वासन दिया। विधायक सुरेश चौहान ने कहा कि माघ मेला उत्तरकाशी और तिब्बत व्यापार का साक्षी रहा है। मौजूदा बाजारीकरण के दौर में इसके पौराणिक स्वरूप को बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए जिला पंचायत, प्रशासन और स्थानीय लोगों को मिलजुल कार्य करना है। जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण ने कहा कि पत्रकारों की ओर से आए सुझावों पर अमल कर भविष्य में माघ मेले को और बेहतर तरीके से आयोजित करने की कोशिश रहेगी। पत्रकार गोष्ठी में जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने माघ मेले में धार्मिक और सांस्कृतिक परंपराओं को आगे बढ़ाने के साथ ही स्थानीय उत्पादों को भी प्रोत्साहित किया जाना जरूरी है। जिलाधिकारी ने विशिष्ट अवसरों व आयोजनों पर अतिथियों को स्थानीय मोटा अनाज के गिफ़्ट पैक भेंट करने का सुझाव देते हुए कहा कि स्थानीय स्तर पर उत्पादों के विक्रय को प्राथिमकता देने से मेले को स्थानीय लोगों की आर्थिकी को मजबूत किया जा सकता है।  रूहेला ने कहा कि पत्रकारों को विकास कार्यों की जानकारी देने के लिए त्रैमासिक अंतराल पर पत्रकार सम्मेलन आयोजित किये जायेंगे। गोष्ठी में अपर मुख्याधिकारी तथा उप जिलाधिकारी बृजेश कुमार तिवारी, जिला पंचायत सदस्य मनीष राणा, प्रदीप कैंतुरा,  महत्वपूर्ण सुझाव रखे।

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