मुख्यमंत्री के निर्देश पर वरुणावत भूस्खलन क्षेत्र के निरीक्षण को पहुंचे आपदा सचिव
-भूस्खलन क्षेत्र गोफियारा का अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ किया निरीक्षण
-प्रभावित क्षेत्र की विस्तृत रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपेंगे आपदा सचिव
-भूस्खलन क्षेत्र की सुरक्षा, पुनर्वास और ट्रीटमेंट के सभी प्लान पर फैसला जल्द
उत्तरकाशी। वरुणावत के गोफियारा क्षेत्र में हुए भूस्खलन को लेकर सरकार गंभीर है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर आज आपदा सचिव ने प्रभावित क्षेत्र का विशेषज्ञों और स्थानीय अधिकारियों के साथ स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद सचिव आपदा ने कहा कि भूस्खलन क्षेत्र की सुरक्षा, उपचार, पुनर्वास को लेकर सभी प्लान पर चर्चा हुई है। जल्द मुख्यमंत्री को पूरे मामले की रिपोर्ट सौंपी जाएगी। इसके बाद मामले में विशेषज्ञ एजेंसी के द्वारा सुरक्षा और उपचार का काम शुरू कर दिया जाएगा।
जनपद उत्तरकाशी मुख्यालय के वरुणावत पर्वत के गोफियारा क्षेत्र में भारी बारिश के बाद भूस्खलन हुआ है। भूस्खलन की जद में गोफियारा क्षेत्र के साथ ही कलक्ट्रेट कॉलोनी, उजेली और मस्जिद मोहल्ले तक की आबादी निशाने पर है। मामला संज्ञान में आते ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तत्काल आपदा सचिव विनोद कुमार सुमन को विशेषज्ञों की टीम के साथ मौके पर निरीक्षण को भेजा है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर उत्तरकाशी पहुंचे आपदा सचिव ने जिलाधिकारी डॉ मेहरवान सिंह बिष्ट, समेत तकनीकी विशेषज्ञों के साथ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने इलाके में पूर्व में हुए वरुणावत भूस्खलन सुरक्षा कार्यों के अलावा वर्तमान भूस्खलन से उतपन्न खतरे को देखा। इस दौरान भूस्खनल के मलवे, बोल्डर आदि से आबादी क्षेत्र को बने खतरे से निपटने की चर्चा अधिकारियों से की। आपदा सचिव ने कहा कि चूंकि आपदा प्रभावित क्षेत्र के नीचे बड़ी आबादी, गंगोत्री हाइवे और कलक्ट्रेट क्षेत्र लगा हुआ है। भूस्खलन से बड़े बोल्डर और मलवा अटका हुआ है। ऐसे में सुरक्षा और उपचार जरूरी है। सचिव में कहा कि विशेषज्ञों के साथ चर्चा के बाद तीन से चार प्लान बनाए गए हैं। पूरे मामले की रिपोर्ट तैयार कर मुख्यमंत्री को सौंपी जाएगी। इसके बाद देश की नामी भूस्खलन का उपचार करने वाली एजेसियों से सुरक्षा और उपचार कार्य किया जाएगा। आपदा सचिव ने कहा कि भूस्खलन से आबादी वाले इलाके के ऊपर मलवा और बोल्डर जमा है। ऐसे में किसी तरह का खतरा न बने, सुरक्षा की दृष्टि से इलाके को खाली कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जाए। इसके लिए प्रभावितों को उचित मुआवजा और किराया दिया जाए। इस मौके पर सचिव ने जिलाधिकारी डॉ मेहरवान सिंह बिष्ट, पुलिस अधीक्षक अपर्ण यदुवंशी और अन्य एजेंसियों को अलर्ट मोड़ में रहने के निर्देश दिए हैं।