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उत्तराखंड में 6 साल के बच्चे को किडनैप कर 1 लाख रुपये में बेचा, बेटे की चाह में इनसे किया सौदा

देहरादून। उत्तराखंड के हरिद्वार में बच्चों के किडनैपर सक्रिय हैं। एक साल के भीतर यहां आधा दर्ज किडनैपिंग की वारदातें हो गई हैं। गनीमत यह है कि पुलिस की मुस्तैदी ने सभी वारदातों का खुलासा कर दिया। आज भी पुलिस ने बच्चे के अपहरण की घटना को 72 घंटों के भीतर खुलासा कर छह वर्षीय बच्चे को सकुशल बरामद किया है। इस दौरान बच्चा किडनैप करने वाले गैंग के तीन लोगों को गिरफ्तार किए है। आरोपियों ने एक व्यक्ति को बेटे की चाह में दूसरे के बच्चे का सौदा 1 लाख में किया था। पुलिस ने गिरफ्तार किये अभियुक्तों में से 02 सिडकुल फैक्ट्री में तथा महिला पतंजली में काम करी थी।

हरिद्वार के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि अपहरणकर्ता ने महिला से एक लाख रुपये में बच्चे का अपहरण का सौदा किया था। इसके लिए रुपये तीस हजार की धनराशि एडवांस ली थी। बाकी काम होने के बाद देने का वादा किया था। उन्होंने बताया बच्चे का सौदा करने वाले कि बेटी तो थी लेकिन तुच्छ मानसिकता के चलते महिला को थी बेटे की चाह थी। एसएसपी ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान को मूल रूप से सार्थक करने के लिए समाज के सभी वर्गों का सहयोग जरूरी है।घटना के अनुसार 09 सितंबर की शाम शिवम बिहार कालोनी रोशनाबाद सिडकुल से गायब हुए 06 वर्षिय बच्चे के अपहरण में शामिल हर किरदार को जनता के सामने और कानून के दायरे में लाकर हरिद्वार पुलिस ने अपहृत बच्चे को सकुशल बरामद करने में कामयाबी हासिल की।बच्चे के गायब होने पर बच्चे के पिता सुभाष प्रजापति द्वारा दिनांक 10-9-2023 को थाना सिडकुल पर दी गई तहरीर में नाबालिग के अपहरण के सम्बन्ध में मु0अं0सं0-494/2023 धारा -363 भादवि बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गया। एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह द्वारा प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए प्राथमिकता के आधार पर बच्चे को सुरक्षित बरामद करने के लिए अलग-अलग पुलिस टीमें गठित की गई थी। गठित की गई अलग अलग टीमों द्वारा परिजनों से गुमशुदा बच्चे के हुलिये की जानकारी लेकर घटना स्थल के आस पास लगे सीसीटीवी कैमरो का अवलोकन किया तथा संदिग्धों से पूछताछ की गई तो अपहृता बच्चा एक संदिग्ध आदमी के पीछे-पीछे पैदल पैदल टैम्पो स्टैण्ड की ओर जाते हुये दिखाई दिया था।

क्षेत्र में कई लोगों से पूछताछ करने पर संदिग्ध की पहचान शिवमविहार कालोनी रोशनाबाद निवासी रविन्द्र के रूप मे हुई। तलाश करने पर रविन्द्र के साथ एक व्यक्ति जनक के मौजूद मिलने पर पुलिस टीम ने दोनो से सख्ती से पूछताछ की तो अपहरण के सारे राज खुल गए। पुरानी मकान मालकिन ने अभियुक्त रविन्द्र को ₹01 लाख का ऑफर देते हुए छोटे बच्चे की मांग की थी। प्रस्ताव सुन लालच में आकर रविन्द्र ने वर्तमान निवास की बिल्डिंग में रह रहे परिवार जिनके 04 लडके थे में से 01 बच्चे का अपहरण करने का प्लॉन में अपने साथी अभियुक्त जनक को भी शामिल कर लिया। पहले से तैयार प्लान के मुताबिक जनक सिह ने बच्चे को चाकलेट, बिस्किट खिलाकर अपने भरोसे में ले लिया। दिनांक 09-09-2023 को अभियुक्त जनक ने बच्चे को चाउमीन खिलाने का लालच देकर अपने पीछे आने को कहा और मौका मिलते ही रविन्द्र के हवाले कर दिया जहां से रविन्द्र बच्चे को ई-रिक्शा में बिठाकर अभियुक्ता शगुन को बेच दिया और 30 हजार की धनराशी प्राप्त की और शेष धनराशी 4-5 दिन बाद देना बताया था। पुलिस टीम ने अभियुक्तों के कब्जे से 20 हजार की धनराशी भी बरामद करते हुए आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की गई। अपहृत बच्चे के परिजनों एवं क्षेत्रवासियों द्वारा हरिद्वार पुलिस की त्वरित कार्यवाही कर बच्चे को सकुशल बरामद करने की प्रशंसा कर पुलिस टीम का आभार प्रकट किया गया।

पुलिस ने इनको किया गिरफ्तार

1- रविन्द्र पुत्र ब्रहम सिह निवासी ग्राम बामनौली थाना दोघाट जनपद बागपत हाल निवासी शिवम विहार कालोनी रोशनाबाद हरिद्वार
2- जनक सिह पुत्र राजबीर सिह निवासी ग्राम नगवा थाना बुडाना जनपद मु0नगर हाल निवासी शिवम बिहार कालोनी रोशनाबाद थाना सिडकुल हरिद्वार
3- शगुन पत्नी संजोव निवासी मेरठ उत्तर प्रदेश हाल वोल ग्रीन सीटी निकट अशोक वाटिका थाना सिडकुल हरिद्वार

पुलिस टीम में ये रहे शामिल

थानाध्यक्ष सिडकुल नरेश सिंह राठौड़,  एसएसआई सुधाशु कौशिक, एसआई देवेन्द्र सिह चौहान, सिपाही मनीष, गजेन्द्र प्रसाद,-दीपक दानू,  म0का0 रीना शामिल थे।

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