दून मेडिकल कॉलेज को मिली हाईटेक हाइपरबैरिक ऑक्सीजन चैम्बर मशीन
मरीजों की गंभीर बीमारियों के इलाज में बनेगी संजीवनी

देहरादून। राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक नई बड़ी उपलब्धि दर्ज हुई है। राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल को अब अत्याधुनिक हाइपरबैरिक ऑक्सीजन चैम्बर मशीन की सुविधा मिल गई है। उत्तराखंड में यह मशीन एम्स ऋषिकेश के बाद दूसरी है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मंगलवार को इस हाईटेक मशीन का विधिवत शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि यह मशीन उन मरीजों के लिए संजीवनी साबित होगी जो ऑक्सीजन की कमी या गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं।
राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के ओटी ब्लॉक में आयोजित कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रावत ने कहा कि इस मशीन के लगने से अब गंभीर मरीजों को दिल्ली या बड़े अस्पतालों में रेफर करने की ज़रूरत कम हो जाएगी। मंत्री ने कहा कि दून मेडिकल कॉलेज में हाइपरबैरिक ऑक्सीजन चैम्बर की स्थापना उत्तराखंड के स्वास्थ्य ढांचे के लिए ऐतिहासिक कदम है, जिससे मरीजों को बेहतर और आधुनिक इलाज की सुविधा यहीं उपलब्ध होगी। उन्होंने बताया कि सरकार ने अब तक 25 हजार युवाओं को सरकारी नौकरी दी है, जबकि मेडिकल व अन्य विभागों में हजारों को संविदा पर रोजगार मिला है। राज्य में अब तक 1 करोड़ 10 लाख लोगों की मुफ्त जांच हो चुकी है, जो एक रिकॉर्ड है। सातों मेडिकल कॉलेजों में रोजाना 12 हजार मरीजों को ओपीडी और भर्ती सेवाएं मिल रही हैं।दून मेडिकल कॉलेज में हाल ही में 222 डॉक्टरों की नियुक्ति की गई है और जल्द ही 280 नए डॉक्टर भी जुड़ेंगे। मंत्री ने कहा कि सेवा पखवाड़े के तहत अब तक 4 लाख लोगों को इलाज मिला है और 43 हजार लोगों ने रक्तदान के लिए पंजीकरण किया है।
मंत्री डॉ. रावत ने कहा कि मरीज की जाति या धर्म नहीं, बल्कि उसकी जीवन रक्षा ही डॉक्टर और नर्सों की प्राथमिकता होनी चाहिए।साथ ही उन्होंने अस्पताल प्रशासन को कई अहम निर्देश दिए। कहा कि अस्पताल में स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए। बारिश के बाद नालियों की नियमित सफाई और भवनों की पुताई हो।साथ ही मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाला भोजन उपलब्ध कराया जाए। मंत्री ने अस्पताल परिसर में दो कैफे, स्टाफ के लिए जिम, बच्चों के लिए पार्क की सुविधा विकसित करने के निर्देश दिए। इसके अलावा वार्ड बॉय को ड्रेस कोड में तैनात किया जाए तथा परिसर में संदेशपरक स्लोगन और भित्ति चित्र बनाए जाएं। मंत्री ने परिसर में मंदिर निर्माण और अस्पताल वातावरण को सकारात्मक बनाने पर जोर दिया।
इस अवसर पर विधायक खजान दास, निदेशक अजय कुमार आर्य, प्राचार्य डॉ. गीता जैन, एमएस डॉ. रविंद्र सिंह बिष्ट, डॉ. अभय कुमार, डॉ. अरुण कुमार, डॉ. अनिल जोशी समेत अन्य वरिष्ठ चिकित्सक व गणमान्य लोग उपस्थित रहे
क्या है हाइपरबैरिक ऑक्सीजन चैम्बर मशीन
यह एक हाईटेक मेडिकल उपकरण है, जिसमें मरीज को एक सील्ड चैम्बर में रखकर सामान्य से 2-3 गुना अधिक दबाव पर 100% शुद्ध ऑक्सीजन दी जाती है। मशीन घाव तेजी से भरना (विशेषकर डायबिटीज़ और ब्लड सर्कुलेशन की समस्या में) कार्बन मोनोऑक्साइड या जहरीली गैस से हुए जहर के इलाज में, सर्जरी/प्लास्टिक सर्जरी के बाद ऊतक को जीवित रखने में, डीकम्प्रेशन सिकनेस (डाइवर्स की बीमारी) के उपचार में, ब्रेन स्ट्रोक, गंभीर संक्रमण, जलने और Crush Injury जैसी स्थितियों में लाभकारी, शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा कई गुना बढ़ जाती है, जिससे डैमेज हुए ऊतकों की मरम्मत तेजी से होती है।