प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुंह से निकली बात, मुख्यमंत्री धामी कर रहे आत्मसात
देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कुछ साल पहले बाबा केदारनाथ के दर्शन के दौरान मुंह से अचानक निकला कि 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का होगा, आज राज्य में उस कथन को लगातार चरितार्थ होते हुए देख रहा हूं। प्रधानमंत्री ने उपस्थित निवेशकों से कहा कि आप सभी को इस गौरव के साथ विकास यात्रा से जुड़ने का बड़ा अवसर मिल रहा है। प्रधानमंत्री ने निवेशकों को सम्बोधित करते हुए यह भी कहा कि सामर्थ्य से भरी देवभूमि निवेश के लिए बहुत सारे द्वार खोल रही है। ऐसे में भावना और संभावना के बीच उत्तराखंड विकास और विरासत का प्रखर उदाहरण है।
उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आगाज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों करने से सरकार के सपनों को भी पंख लग गए हैं। इस मौके पर देश दुनिया से जुटे निवेशकों को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उत्तराखंड में डबल इंजन की सरकार का डबल प्रयास चारों तरफ दिख रहा है। राज्य सरकार जमीन सच्चाई को समझते हुए यहां तेजी से काम कर रही है। इसके अलावा भारत सरकार की योजनाओं और विजन को भी उतनी तेजी से धरातल पर उतार रही हैं। यही कारण है कि आज भारत विकास भी और विरासत भी के जिस मंत्र पर आगे बढ़ा रहा है, उत्तराखंड उसका प्रखर उदाहरण है। प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी के आधुनिक कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर पर उत्तराखंड में भी भारत सरकार इन्वेस्टमेंट कर रही है। केंद्र सरकार के साथ राज्य सरकार भी छोटे गांव, शहरों के कस्बों में सड़कों का विकास कर रही हैं। इन्वेस्टर सरकार के इन प्रयासों का फायदा उठाएं और निवेश करें।
दून से दिल्ली सिर्फ ढाई घंटे का सफर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देहरादून दिल्ली एक्सप्रेस हाईवे बन रहा है। अब दिल्ली की दूरी सिर्फ 2ढाई घंटे की रहेगी। इस दिशा में तेजी से कम चल रहा है। ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन भी यहां के विकास में मील का पत्थर साबित होंगी।
44 हजार करोड़ का निवेश धरातल पर उतरा
उत्तराखंड सरकार ने एफआरआई में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का उद्घाटन करते हुए 44 हजार करोड़ रुपये के निवेश की ग्राउंडिंग की। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने उत्तराखंड को जिया है, उसकी भावनाओं को महसूस किया है। बेहद हर्ष की बात है कि सामर्थ्य से भरी देवभूमि निवेश के बहुत सारे द्वार खोलने जा रही है। बिजनेस की दुनिया के दिग्गज सभी पहलुओं का आकलन कर आगे की रणनीति तैयार करते हैं। ढाई लाख करोड़ रुपये के निवेश के एमओयू बताते हैं कि दिग्गज उद्योगपति भी उत्तराखंड और इसके भविष्य को लेकर आशावान हैं। उन्हें यहां छिपी संभावना साफ नजर आ रही है।
उत्तराखंड ने सबसे पहले दी स्थिर सरकार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज उद्योगपति भारत को लेकर विश्लेषण करें। भारत अस्थिरता नहीं चाहता है। आज दुनिया भारत और भारतीयों को सम्मान की नजर से देख रही है। कोरोना संकट से उभरते हुए भारत ने विकसित होने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाए हैं। डबल इंजन के प्रयास सभी तरफ दिख रहे हैं। गांव की सड़क हो या चारधाम की, सभी तरफ अभूतपूर्व काम किए जा रहे हैं। इकोनॉमिक कॉरिडोर परियोजना से दिल्ली और देहरादून के बीच की दूरी महज ढाई घंटे में पूरी की जा सकेगी।
उत्तराखंड को बनाये वेड इन इंडिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उत्तराखंड को वेड इन इंडिया यानी वैडिंग डेस्टिनेशन बनाएं। कहा कि ठोक कर पूछना चाहता हूं, अमीर लोग शादी करते ही क्यों जाते हैं विदेश। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे यहां माना जाता है और कहा जाता है कि जोड़े ईश्वर बनाता है। समझ नहीं पा रहा हूं कि जब जोड़े ईश्वर बनाता है तो नवदंपती जीवन की नई यात्रा शुरू करने से पहले उस ईश्वर के चरणों में जाने की जगह विदेश क्यों चले जाते हैं। उन्होंने कहा कि यह सवाल वह अमीरों से ठोक कर पूछना चाहते हैं।
पहाड़ का पानी और जवानी आएगी यहां के काम
उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि अगले कुछ वर्षों में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। यही समय सही समय है। भारत का समय है। देश की जनता को भरोसा दिलाता हूं कि इस लक्ष्य को हासिल करके रहेंगे। उत्तराखंड को लेकर प्रधानमंत्री ने कहा कि मोदी ने ठान लिया है पहाड़ का पानी और जवानी यहीं काम आएंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड पर उनका विशेष अधिकार है।