ऑडियो क्लिप……उत्तराखंड में पुलिस अफसर से ब्लैकमेलिंग केस में आया नया मोड़, महिला की ऑडियो क्लिप वायरल

देहरादून। पुलिस महकमे में चल रहे ब्लैकमेलिंग मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है। सीओ नीरज सेमवाल और उनकी पत्नी निहारिका सेमवाल को ब्लैकमेल करने के आरोप में चर्चित महिला का कथित ऑडियो सामने आया है। इस ऑडियो में महिला किसी व्यक्ति से फोन पर बात करते हुए 6 लाख रुपये की मांग कर रही है। ऑडियो में महिला कह रही है कि उसे “6 लाख रुपये ही चाहिए और हर 5 साल में इतनी ही रकम चाहिए।”
इस ऑडियो क्लिप को सीधे तौर पर सीओ दंपति से की गई कथित ब्लैकमेलिंग से जोड़ा जा रहा है। मामले की पृष्ठभूमि पर नजर डालें तो अप्रैल से मई 2025 के बीच यह विवाद सुर्खियों में आया था, जिसके बाद महिला को पुलिस ने गिरफ्तार किया था और जेल भेज दिया था हालांकि, फिलहाल महिला जमानत पर बाहर है। देहरादून पुलिस अब इस मामले में ऑडियो क्लिप की जांच कर रही है। फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही यह साफ होगा कि यह ब्लैकमेलिंग का सबूत है या नहीं। लेकिन फिलहाल इस नए खुलासे ने पुलिस महकमे और शहर में हलचल मचा दी है।
क़्या है महिला के आरोप औरपूरा घटनाक्रम
जानकारी के अनुसार आरोपित महिला खुद पुलिस विभाग में कर्मचारी है। उसने पहले सीओ नीरज सेमवाल पर शारीरिक शोषण के आरोप लगाए थे, हालांकि इनकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई। बताया जाता है कि नीरज सेमवाल की शादी सीओ निहारिका से होने के बाद महिला ने धमकी दी थी कि यदि उसे पैसा नहीं दिया गया तो वह कुछ गोपनीय बात निहारिका को बता देगी। इससे मामले में विवाद की स्थिति बन गई थी और महिला अफसर को लगातार ब्लैकमेल कर रही थी।
सीओ की पत्नी ने दर्ज कराया मुकदमा
इस पर सीओ की पत्नी ने पुलिस में ब्लैकमेलिंग की शिकायत दर्ज कराई थी। जांच के दौरान सामने आया कि पहले भी महिला को 6 लाख रुपये दिए गए थे, लेकिन उसने बाद में 1 लाख रुपये और मांग लिए थे। अब सामने आई ऑडियो क्लिप ने दंपति के आरोपों को मजबूती दी है। हालांकि, पुलिस जांच में ऑडियो की फॉरेंसिक पुष्टि होना अभी बाकी है। मामला बेहद संवेदनशील है और currentnewsuk.com इस ऑडियो की पुष्टि नहीं करता, लेकिन प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए यह जांच एजेंसियों के संज्ञान में लाया जा रहा है।
महिला ने इच्छा मृत्यु की मांग की
इसी बीच, आरोपित महिला ने राष्ट्रपति को चिट्ठी भेजकर अपने और अपने बेटे के लिए इच्छा मृत्यु की मांग की है। उसने आरोप लगाया है कि पुलिस अफसर के दबाव में उसे झूठे केस में जेल भेजा गया और रिहाई के बाद भी उसे लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है। महिला का कहना है कि उसके आरोपों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। ऐसे में या तो उसे न्याय दिया जाए या फिर इच्छा मृत्यु की अनुमति।